कन्नौज: जिले के तिर्वा क्षेत्र का रहने वाला दिनेश कुमार काफी गरीब है, जो मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करता है. लॉकडाउन की वजह से उसकी मजदूरी का काम भी बंद हो गया. इसके बाद उसके सामने आर्थिक समस्या खड़ी हो गई. इसी बीच दिनेश के छोटे बेटे प्रताप का हाथ टूट गया. आर्थिक स्थिति ठीक न होने पर वह अपने बेटे के हाथ में प्लास्टर करवाने के लिए जिला अस्पताल गया.
आरोप है कि जिला अस्पताल में दिनेश के पास फीस के पैसे न होने पर उसको बाहर निकाल दिया गया. दिनेश से कहा गया कि पहले पैसे लेकर आओ तब इलाज होगा. दिनेश का कहना है कि उसके पास किराए तक के पैसे नहीं हैं. वह अस्पताल की फीस कहां से भरेगा. सरकारी अस्पताल में जहां गरीबों का इलाज बिना फीस के होना चाहिए, वहां भी बिना पैसे के कोई काम नहीं होता.