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सांसद सुब्रत पाठक बोले-भारत में शरिया शासन का सपना देखने वालों का वोट नहीं चाहिए...

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Published : Dec 30, 2021, 7:15 PM IST

कन्नौज में जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी के सांसद सुब्रत पाठक ने कहा कि भारत में शरिया शासन का सपना देखने वालों का वोट भाजपा को नहीं चाहिए.

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कन्नौजः भाजपा की जन विश्वास यात्रा जैसे-जैसे आगे बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. विपक्षियों पार्टियों पर नेताओं के जुबानी हमले भी तेज हो गए है. यात्रा के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए सांसद सुब्रत पाठक ने विपक्षियों पर जमकर हमला बोला. कहा कि भारत में शरिया शासन का सपना देखने वालों का वोट भाजपा को नहीं चाहिए.

वह बोले कि पश्चिम में कांवरिया यात्रा निकलने के दौरान हर हर महादेव का जयकारा लगाने पर पत्थर बरसाए जाते थे. उत्तर प्रदेश में भगवा से चिढ़ने वालों लोगों को हमने दिखा दिया क्योंकि हमने भगवाधारी को ही उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बना दिया. हमने सामूहिकता की ताकत दिखा दी. अब लोग कोट के ऊपर जनेऊ दिखा रहे हैं.

कन्नौज में बीजेपी के सांसद सुब्रत पाठक ने विपक्षियों पर जमकर हमला बोला.

भाजपा की जन विश्वास यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा कन्नौज पहुंचे. जन विश्वास यात्रा की जनसभा को संबोधित करते हुए सांसद सुब्रत पाठक ने सपा पर जमकर हमला बोला. कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने यदि किसी को मकान दिया तो किसी की जाति नहीं पूछी लेकिन पूर्व की सरकारें जातिवाद में घिरी रहतीं थीं. कहा कि पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाले, जिनकी मानसिकता भारत के विपरीत है और जो भारत में शरिया शासन का सपना देख रहे हैं उनका वोट बीजेपी को नहीं चाहिए.

उन्होंने कहा कि हम एक हो गए हैं. देश का प्रधानमंत्री बना दिया है. हम एक हो गए हैं. उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बना दिया है. हम एक बार फिर एक हो गए हैं. यहीं कारण है 2017 के चुनाव तक टोपी लगाने वाले मंदिर-मंदिर घूम रहे हैं. अपना गोत्र बता रहे हैं और आज कोट के ऊपर जनेऊ दिखा रहे है. यह सामूहिकता की ताकत है क्योंकि अब उन्हे 18 प्रतिशत वोट नहीं दिखाई दे रहा है.

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कहा कि जाति के नाम पर सत्ता लेने वाले लोग समाजवादी पार्टी से बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है. समाजवाद के नाम पर बनने वाली पार्टी समाजवाद से सिकुड़ी तो जातिवाद पर आ गई, जातिवाद से सिकुड़ कर परिवारवादी हो गए और परिवारवाद से भी सिकुड़ कर केवल वंशवादी हो गए. वंशवाद का ही नतीजा है कि मुलायम सिंह के बाद अखिलेश ही आएंगे. यहां पर शिवपाल का भी कोई स्थान नहीं है.

इस प्रकार का जातिवाद करने वाले लोग जो कारसेवकों पर गोली इसलिए चलाते थे क्योंकि ये टोपी लगाकर मजारों पर जाते थे. मजारों पर जाकर चादर चढ़ाया करते थे. मुख्यमंत्री आवास पर रोजा इफ्तार करते थे. उनको सिर्फ 18 प्रतिशत वोट ही दिखते थे. उन्होंने कहा समाजवादी लोग कहीं न कहीं हिन्दू धर्म से विरक्त हो गए है.

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