कन्नौज: दिल्ली से जौनपुर जा रहे तीनों भाई एक साथ निकले थे, लेकिन इस सफर के बीच रास्तें में ही तीनों अलग-अलग हो गये. इनमें से दो भाई एक हादसे का शिकार हो गए, जिसके बाद एक की मौत हो गई तो दूसरा भाई अस्पताल में भर्ती है. वहीं तीसरा भाई इन दोनों का सामान लेकर सफर कर रहा है. यह कोई कहानी नहीं बल्कि एक सच्चाई है उस मजदूर की जो अपने दो भाइयों के साथ घर निकला था.
लॉकडाउन में घर जाने को निकले तीन मजदूर भाइयों का सफर में छूटा साथ - दिल्ली से घर जा रहे प्रवासी मजदूर की मौत
उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में पहुंचे एक प्रवासी मजदूर ने जब अपना दर्द बयां किया तो वहां मौजूद लोगों का कलेजा कांप गया. दरअसल, तीन भाई एक साथ दिल्ली से अपने घर जौनपुर के लिये निकले. लेकिन रास्ते में तीनों की राहें अलग हो गईं. इतना ही नहीं एक भाई की तो जान भी चली गई.
जौनपुर का रहने वाला सत्यन अपने दो भाइयों के साथ दिल्ली से घर के लिए साइकिल और रिक्शे से निकले. सत्यन रिक्शे पर सवार होकर निकला, जिस पर दोनों भाईयों का सामान भी लदा हुआ था. वहीं सत्यन के दोनों भाई एक साइकिल पर सवार होकर निकले. इटावा पहुंचकर साइकिल सवार दोनों भाइयों को पिकअप मिल गई, जिसके बाद दोनों भाई साइकिल को पिकअप पर लादकर लखनऊ तक निकल लिए. वहीं इनके पीछे आ रहे सत्यन को जानकारी हुई कि लखनऊ के बाद दोनों भाई साइकिल से जौनपुर को जाने के लिए आगे बढ़े, तभी पीछे से किसी वाहन ने साइकिल में टक्कर मार दी.
साईकिल में टक्कर लगने की वजह से एक भाई की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे की हालत गम्भीर है और वह अस्पताल में भर्ती है. सत्यन का कहना है कि अगर वह भी साथ में होता तो उसकी भी जान जा सकती थी. रिक्शा होने की वजह से वह साथ में नहीं था और इस हादसे का शिकार होने से बच गया. सत्यन अब अपने भाइयों की यादों का सफर मन लिये गम की गठरी साथ में लेकर रिक्शे से सफर कर रहा है. कन्नौज पहुंचे सत्यन ने अपना दर्द मीडिया से साझा किया.