कन्नौजः कोरोना वायरस जैसी महामारी को फैलने से बचाने के लिए प्रधानमंत्री ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए 21 दिन के राष्ट्रीय लॉकडाउन की घोषणा की थी. ऐसे में बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां, उद्योग, धंधे और छोटे कारखानों समेत सब कुछ बन्द कर दिए गए.
नमामि गंगे से ज्यादा कारगर लॉकडाउन, तेजी से स्वच्छ हो रहा गंगाजल
पतित पावनी मां गंगा को निर्मल करना केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक योजना थी. नमामि गंगे योजना के तहत गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए करोड़ो रुपये खर्च कर दिए गए, इसके बावजूद सरकार को जो परिणाम न मिले सके वो अब बिना लागत के ही तेजी से मिलना शुरू हो गए हैं.
गंगा में गिरने वाली गंदगी में आयी गिरावट
इसके पहले कन्नौज समेत कई जिलों के कारखाने गंगा को प्रदूषित कर रहे थे. एक अनुमान के मुताबिक लॉकडाउन के कारण जिले से गंगा में गिरने वाली गंदगी में 70 से 80 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई है, जिससे गंगा का पानी काफी निर्मल हो गया.
लॉकडाउन के कारण गंगा का जल हुआ स्वच्छ
करीब 12 दिन के लॉकडाउन से ही गंगा का जल काफी स्वच्छ हो गया है. गंगा जल की स्वच्छता के कारण गंगा के आसपास के ग्रामीणों में खुशी नजर आ रही है.
ग्रामीणों का कहना है कि आमतौर पर गंगा के पानी में गंदगी और कारखानों के जहरीले पानी के कारण गंगा जल में झाग जैसा उठने लगता था, लेकिन अब गंगा का पानी साफ दिखता है और काफी गहराई तक पानी के अंदर जीव-जंतु भी नजर आ जाते हैं. गंगा का स्वच्छ होना अच्छे संकेत दे रहा है.