कन्नौज:कोरोना संक्रमण में रोजगार छिना तो जिले के हसेरन कस्बा के रहने वाले शिक्षक ने यूट्यूब के माध्यम से पपीता की खेती सीख कर करीब 1500 पपीता के पौधे लगाकर खेती शुरू कर दी. शिक्षक की मेहनत का ही नतीजा है कि आज खेत में फसल लहला रही है. खेत में फलदार वृक्षों को खड़ा देख आसपास के किसान भी उन्नत खेती की ओर रूख कर रहे है. शिक्षक दूसरे किसानों को भी उन्नत खेती करने के लिए प्रेरित कर रहे है. साथ ही लोगों को स्वरोजगार की राह भी दिखा रहे है. उन्नत खेती के प्रति शिक्षक की ललक आसपास के गांवों के युवाओं के लिए प्रेरणा बनी हुई है. जैविक विधि से खेती करने में लागत भी कम आ रही है.
यूट्यूब से सीखकर शुरू की पपीता की खेती
हसेरन गांव के रहने वाले सचिन मिश्रा बताते है कि वह एक संस्था में प्रधानाचार्य थे. 2019-20 को कोराना महामारी के चलते संस्था बंद हो गई. जिसके चलते वह बेरोजगार हो गए. काम न होने की वजह से कुछ अलग करने का विचार आया. बताते है कि पहले यूट्यूब के माध्यम से पहले पपीता की खेती करना सीखा. उसके बाद यूट्यूब के माध्यम से कॉट्रेक्ट के माध्यम से खेती करवाने वाली कंपनी से जुड़े. कंपनी से 1500 पौधों की बुकिंग कराया. उसके बाद कंपनी ने पौधे भेजे. बताया कि कंपनी खेती करने पूरी जानकारी देती है. उनकी देखरेख में खेती कर रहे है.