उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

कन्नौज : करोड़ों की मालकिन हैं डिंपल, नामांकन के दौरान किया खुलासा - 2019 loksabha election

कन्नौज से तीसरी बार डिंपल यादव ने नामांकन दाखिल कर दिया है. नामांकन के दौरान डिंपल ने अपनी संपत्ति का ब्योरा दिया. इस वक्त डिंपल 13 करोड़ रुपए की मालकिन हैं. वहीं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की संपत्ति की बात करें तो उनके पास कुल चल-अचल संपत्ति करीब 25 करोड़ रुपए की है.

करोड़ो की मालकिन हैं डिंपल

By

Published : Apr 7, 2019, 8:44 PM IST

कन्नौज :सपा-बसपा गठबंधन की ओर से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने तीसरी बार कन्नौज लोकसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया है. नामांकन के दौरान डिंपल ने अपनी संपत्ति का ब्योरा दिया.

करोड़ो की मालकिन हैं डिंपल

डिंपल द्वारा दिए गए करोड़ों की संपत्ति के विवरण के मुताबिक उनके नाम पर सैफई में 50.40 लाख की कीमत की भूमि है. इसके अलावा उनके पास 21.50 लाख और 29.25 के दो प्लॉट हैं. डिंपल के पास करीब 60 लाख रुपए कीमत की ज्वेलरी भी है.

13 करोड़ रुपए की मालकिन हैं डिंपल

कुल चल संपत्ति को मिला दिया जाए तो डिंपल के पास करीब 13 करोड़ रुपए की मालकिन हैं. आयकर विभाग के अंतर्गत वर्ष 2013-14 में डिंपल की आय 28 लाख 31 हजार आठ सौ 38 रुपए वार्षिक थी, जोकि वर्ष 2017-18 में 61 लाख 45 हजार आठ सौ 73 रुपए हो गई है.

अखिलेश यादव के नाम है इतनी संपत्ति

प्रत्याशी डिंपल यादव के पति अखिलेश यादव के नाम सात करोड़ 90 लाख एक हजार एक सौ 16 रुपए कीमत की चल संपत्ति है और 16 करोड़ 90 लाख 21 हजार नौ सौ 41 रुपए कीमत की अचल संपत्ति है. इस हिसाब से उनके पास कुल चल-अचल संपत्ति करीब 25 करोड़ रुपए की है.

पांच लोगों के सामने किया नामांकन

बता दें कि डिंपल के नामांकन के दौरान उनके साथ बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र, राज्यसभा सांसद संजय सेठ, राज्यसभा सदस्य किरणमय नंदा व जया बच्चन ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई. सभी लोग डिंपल के साथ हेलीकॉप्टर से कन्नौज पहुंचे. इस दौरान सभी डिंपल के रोड शो में भी शामिल हुए.

महिला सशक्तिकरण को लेकर डिंपल ने बढ़ाया यह कदम

इसके अलावा तीसरी बार नामांकन करके वापस लौट रही सपा-बसपा गठबंधन की संयुक्त प्रत्याशी डिंपल यादव ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि उनके घोषणा पत्र में इस बार तीन हजार रुपए महिलाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की बात की गई है.

ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि समाजवादी पार्टी ने पहले ही बेरोजगारी भत्ता तीन हजार रुपए करने की बात कही थी. उनकी सरकार में महिलाओं को समाजवादी पेंशन योजना मिल रही थी, जिसको आगे बढ़ाते हुए महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर महिलाओं की ताकत को बढ़ाया जा रहा है. इसका एक रूप यह भी है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details