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दो चरण के चुनाव में ही साइकिल उड़कर पहुंची सैफई: केशव प्रसाद मौर्य - कन्नौज की खबर

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बुधवार को छिबरामऊ के सौरिख रोड स्थित ललकपुर गांव के एक कोल्ड स्टोर में भाजपा प्रत्याशी अर्चना पांडेय व तिर्वा से प्रत्याशी कैलाश राजपूत के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे. अखिलेश पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि वह करहल में भी चुनाव हार रहे हैं. अखिलेश गुंडई के दम पर चुनाव जीतना चाहते हैं.

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केशव प्रसाद मौर्य

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Published : Feb 17, 2022, 2:47 PM IST

कन्नौज: इत्रनगरी में 20 फरवरी को तीसरे चरण का मतदान होना है. इससे पहले राजनीतिक पार्टियों के स्टार प्रचारक प्रत्याशियों के समर्थन में ताबड़तोड़ जनसभाएं कर रहे हैं. इसी कड़ी में बुधवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (keshav prasad maurya rally) छिबरामऊ के सौरिख रोड स्थित ललकपुर के एक कोल्ड स्टोरेज में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सपा पर जमकर हमला बोला.

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य छिबरामऊ के सौरिख रोड स्थित ललकपुर गांव के एक कोल्ड स्टोर में भाजपा प्रत्याशी अर्चना पांडेय व तिर्वा से प्रत्याशी कैलाश राजपूत के समर्थन में जनसभा करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार ने गरीबों के उत्थान के लिए काम किया है. 2.5 करोड़ गरीबों को शौचालय देने का काम किया है. 2 करोड़ गरीब महिलाओं को रसोई कनेक्शन दिए गए हैं. जिन गरीबों के घर बिजली नहीं पहुंचती थी, वहां बिजली पहुंचाने का काम किया है. गरीबों को बेहतर इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड दिए गए हैं.

केशव प्रसाद मौर्य

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डिप्टी सीएम ने कहा कि 10 मार्च के बाद गरीब किसानों को बिजली बिल अदा नहीं करना पड़ेगा. सरकार बिजली बिल अदा करेगी. उन्होंने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि दो चरण के चुनाव हो गए हैं. दो चरण के चुनाव में ही साइकिल उड़कर सैफई पहुंच गई है. कन्नौज में भी साइकिल की हवा निकल जाएगी. अगर प्रदेश में कमल खिलेगा तो प्रदेश का विकास होगा. सपा की सरकार बनी तो दंगा, गरीबों की जमीन पर कब्जा और गुंडई होगी.

अखिलेश पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि वह करहल में भी चुनाव हार रहे हैं. अखिलेश गुंडई के दम पर चुनाव जीतना चाहते हैं. अखिलेश अपने गुंडों से कह दो कि अगर गुंडई से चुनाव जीता जा सकता था, तो 2014 में 73 सांसद चुनाव जीतकर नहीं जाते. 2017 में 325 विधायक जीतकर नहीं जाते. 2019 में सपा-बसपा एक हो गई. फिर भी परिवार की सीमा में ही सिमटकर रह गए. ये लोग कन्नौज, इटावा, फिरोजाबाद, सैफई को अपनी जागीर समझते हैं. अब वहां भी कमल खिला है. इतना ही नहीं, इस बार मैनपुरी में भी कमल खिलेगा.

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