कन्नौज: इत्रनगरी में कोरोना संक्रमण के बीच में डेंगू की दस्तक ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है. डेंगू की चपेट में आने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. जानकारी के मुताबिक करीब 12 से अधिक गांवों में संक्रमण ने पैर पसार लिए हैं. अब तक डेंगू से पीड़ित तीन लोगों की जान भी जा चुकी है. वहीं स्वास्थ्य टीमें गांव-गांव जाकर संचारी रोगों की रोकथाम के लिए पंपलेट, पोस्टर और पर्चे वितरित कर रही हैं. साथ ही लोगों को डेंगू से बचाव के उपाय भी बता रही हैं. जिला अस्पताल में वायरल फीवर से पीड़ित करीब दौ सौ से अधिक लोग रोजाना ब्लड की जांच कराने के लिए पहुंच रहे हैं. डेंगू के बढ़ते प्रकोप से लोगों में दहशत बनी हुई है.
डेंगू के साथ मिल रहे मलेरिया के मरीज
मौसम में हुए बदलाव के साथ ही डेंगू ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. जिला अस्पताल में ही अब तक डेंगू के नौ नए मरीज सामने आ चुके हैं, जबकि 25 मलेरिया और 90 टायफाइड के मरीज मिल चुके हैं. इसके अलवा डेंगू की चपेट में आए तीन लोगों की मौत स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय है. लगातार डेंगू के मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. इससे लोगों में दहशत बनी हुई है. अधिकतर मरीज प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं.
इन गांवों में फैला है संक्रमण का रोग
सदर ब्लॉक के गंगधरापुर में डेंगू पैर पसार चुका है. यहां करीब 50 लोग डेंगू की चपेट में हैं. इसके अलावा सरायमीरा, दाईपुर, मियांगंज, परसपुर, सहिल्लापुर, जसोदा, सराय प्रयाग, सराय दौलत, विशुनगढ़ और रौतामई समेत कई गांवों में संक्रमण रोग फैला हुआ है.
कन्नौज: कोरोना के बाद डेंगू ने बढ़ाई चिंता, अब तक तीन की मौत
उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में कोरोना संक्रमण के बीच डेंगू ने पैर पसार लिए हैं. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक करीब 12 से अधिक गांवों में संक्रमण का खतरा बना हुआ है. अब तक डेंगू से पीड़ित तीन लोगों की जान भी जा चुकी है.
डेंगू और मलेरिया के लक्षण
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. शक्ति बसु ने बताया कि डेंगू रोगी को सामान्य तौर पर ही बुखार होता है, लेकिन बुखार के साथ-साथ शरीर में दर्द होने लगता है. कई बार मुंह से ब्लड आने की शिकायत होती है. शरीर में लाल रक्त कण कम होने लगते हैं, जबकि मलेरिया रोगी को सर्दी के साथ बुखार आता है. मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से डेंगू फैलता है.
क्या बरतें सावधानियां
डॉक्टरों के मुताबिक करीब तीन से पांच दिनों के बाद मरीज में डेंगू बुखार के लक्षण दिखते हैं. डेंगू से बचाव के लिए सावधानी ही इलाज है. कूलर में गंदा पानी जमा न होने दें. घर के पास जमा पानी और नालियों में केरोसीन का छिड़काव करें. फुल आस्तीन के कपड़े पहनें और साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें.