कन्नौज: जिले में 'सखी' वन स्टॉप सेंटर महिलाओं की समस्या के लिए 8 मार्च 2017 में खोला गया था, लेकिन आज यह सेंटर बदहाली के आंसू बहा रहा है. यहां सेंटर पर कार्यरत महिलाओं के आंसू पोछने वाला कोई नहीं है. 'सखी' वन स्टॉप सेंटर में कार्यरत स्टॉफ की महिलाओं से उनकी समस्याओं को जानने के लिए ईटीवी भारत के संवाददाता ने उनसे बातचीत की.
स्टाफ को नौ महीने से नहीं मिला वेतन
स्टाफ की महिला कर्मचारियों ने बताया कि उनकी सबसे बड़ी समस्या वेतन है. यहां कार्यरत स्टाफ को लगभग नौ महीने से वेतन तक नहीं मिला है. ऐसे में इनके आगे परिवार के भरण-पोषण की समस्या भी खड़ी हो गई है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि इनमें से स्टाफ के कुछ लोगों को वेतन दिए बिना ही सेंटर से हटा भी दिया गया है.
बिल्डिंग की हालत भी जर्जर
इतना ही नहीं सेंटर की बिल्डिंग की हालत भी जर्जर है. बिल्डिंग की छत टीन शेड से आच्छादित है, जिसकी वजह से बारिश के दिनों में पूरी बिल्डिंग में पानी भरने की समस्या आ जाती है. इससे अंडरग्राउंड विद्युतीकरण होने के कारण करंट फैल जाता है, जिससे हादसे भी होते रहते हैं.