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कन्नौज: मंडी समिति में हुआ जमकर बवाल, पल्लेदारों ने किया कामकाज बंद

उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में नवीन मंडी समिति में गार्ड और पल्लेदारों के बीच विवाद हो गया. विवाद मारपीट तक पहुंच गई और इसमें दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गए. घटना से आक्रोशित पल्लेदारों ने जीटी रोड जाम कर प्रदर्शन किया.

कन्नौज.

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Published : Jul 5, 2019, 2:12 PM IST

कन्नौज:नवीन मंडी समिति के गार्ड और पल्लेदारों के बीच मामूली विवाद के चलते जमकर मारपीट हुई, जिसके बाद दोनों पक्षों में बवाल हो गया. इस मामले में दोनों ही पक्ष के लोग घायल हो गए. इस घटना से नाराज मंडी के पल्लेदारों ने कामकाज बंद कर दिया और जीटी रोड पर जाम लगाकर नारेबाजी की.

सूचना पर तहसीलदार व प्रभारी कोतवाली निरीक्षक ने लोगों को समझाकर मामला शांत कराया.


क्या है पूरा मामला

  • नवीन मंडी समिति में मौसमपुर अल्हड़ मोहल्ला के रहने वाले पल्लेदार काली अपने साथियों के साथ गेट के पास खड़े होकर मेहनताना बांट रहा था.
  • इसी दौरान गार्ड धर्म सिंह ने काली से गेट से बाहर जाने के लिए कह दिया.
  • इसको लेकर दोनों पक्षों में गाली-गलौज व मारपीट हो गई, जिससे गार्ड व पल्लेदार घायल हो गए.
  • इस घटना से मंडी परिसर में अफरा-तफरी मच गई.
  • गार्ड की पिटाई की सूचना पर उसके परिवार व गांव के लोग ट्रैक्टरों से मंडी समिति में पहुंच गए.
  • मंडी समिति पहुंचे गार्ड के पक्ष के लोगों ने आढ़तियों से बदसलूकी की.

हंगामे की सूचना पर पहुंचे अधिकारी

  • इस घटना से नाराज पल्लेदारों ने मंडी पहुंचकर हंगामा किया.
  • घायल पल्लेदार को मंडी गेट पर लिटाकर जीटी रोड जाम कर दिया.
  • इससे जीटी रोड पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई.
  • पल्लेदारों के समर्थन में आढ़ती भी आ गए और आढ़तियों ने फोन पर ही उपजिलाधिकारी सदर को घटना की जानकारी दी.
  • हंगामे की सूचना पर उपजिलाधिकारी ने मौके पर सदर तहसीलदार और पुलिस बल को भेजा.
  • सूचना पर तहसीलदार अरविंद व प्रभारी कोतवाली निरीक्षक अंकिता वर्मा ने पुलिस बल के साथ पहुंचकर जाम लगाए लोगों को समझाया.

कार्रवाई के आश्वासन पर काम हुआ शुरू

  • उपजिलाधिकारी शैलेश कुमार के निर्देश पर तहसीलदार सदर व कोतवाली की महिला इंस्पेक्टर अंकिता वर्मा ने पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर व्यापारियों से बात की.
  • तहसीलदार महिला इंस्पेक्टर ने व्यापारियों और पल्लेदारों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया.
  • महिला इंस्पेक्टर ने जांच कर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया.
  • अधिकारियों द्वारा मामले में ठोस कार्रवाई किए जाने के आश्वासन पर मंडी परिसर में कामकाज शुरू हुआ.

जब व्यापार नहीं होगा, तो राजस्व का घाटा तो होना कंफर्म है. अगर एक दिन मंडी में कामकाज नहीं होगा, तो एक दिन में मंडी शुल्क का 5 लाख रुपये का नुकसान होगा , जो इनके कारोबार का दो प्रतिशत है.
देवेंद्र निगम, वरिष्ठ लिपिक, मंडी समिति कन्नौज

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