कन्नौजः आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर सवारियों से भरी बस की हाईजैक की सूचना से हड़कंप मच गया. हाईजैक की सूचना से जिले से लेकर लखनऊ तक की पुलिस अलर्ट हो गई. यूपीडा व पुलिस टीम की करीब आधा दर्जन गाड़ियों ने पीछा कर बस को कब्जा मुक्त करा लिया. साथ ही बस के साथ चल रही कार और बाइक समेत 6 लोगों को हिरासत में ले लिया. बताया जा रहा है कि निजी बस को दो लोगों ने साझेदारी में खरीदा था. रुपये के लेनदेन के विवाद में एक साझेदार ने बस को हाईजैक कर लिया था. जबकि दूसरे साझेदार ने बस हाईजैक की सूचना पुलिस को दी थी. पुलिस ने बस कब्जे में लेने के बाद दूसरे वाहन से सवारियों को कन्नौज मुख्यालय भेजा. पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है.
एक्सप्रेस वे पर सवारियों से भरी बस हाईजैक की सूचना से मचा हड़कंप
कन्नौज में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर सवारियों से भरी बस की हाईजैक की सूचना से हड़कंप मच गया. सूचना पर अलर्ट हुई यूपीडा व पुलिस टीम ने बस को कब्जा मुक्त करा लिया. साथ ही बस के साथ चल रही कार और बाइक समेत 6 लोगों को हिरासत में ले लिया.
पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में लिया
गुरुग्राम शनिवार को से करीब 55 सवारियां लेकर एक निजी बस आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे से होकर कन्नौज आ रही थी. बस जैसे ही इटावा जनपद के चौपला गांव के पास पहुंची. तभी कार सवार लोगों ने बस को हाईजैक कर लिया. सवारियों से भरी बस हाईजैक होने की सूचना मिलने से इटावा, कन्नौज से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मच गया. हाईजैक की सूचना पर सौरिख थाना क्षेत्र में यूपीडा की और डॉयल 112 पुलिस की गई. इसके बाद पुलिस टीम बस को रोकने के लिए एक्सप्रेस पर पहुंच गई. बस को आता देख पुलिस व यूपीडा के कर्मचारियों ने रुकने का इशारा किया. लेकिन चालक ने पुलिस को देख बस भगा दी. पुलिस व यूपीडा टीम द्वारा बस का पीछा करते देख चालक ने बस को तालग्राम से बस को गलत दिशा में दौड़ा लगा. एक्सप्रेस वे पर बस को उल्टी दिशा दौड़ता देख सभी की सांसें अटक गई. इस दौरान बस चालक ने पीछा कर रही गाड़ियों में टक्कर मारने की कोशिश की. इससे यात्रियों में चीख पुकार मच गई. पुलिस की गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद बस को घेरकर बस व चालक के अलावा साथ दौड़ रही कार, बाइक समेत 6 लोगों को भी हिरासत में ले लिया. पुलिस ने सवारियों को दूसरे वाहन से कन्नौज भेजा. बस कब्जे में आने की सूचना के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली.
साझेदारों की आपसी लड़ाई बनी बस हाइजैक की वजह
दरअसल कन्नौज-गुड़गांव के बीच चलने वाली निजी बस को दो लोगों ने साझेदारी में खरीदा था. रुपये के लेनदेन को लेकर दोनों साझेदारों के बीच में विवाद हो गया था. इस पर शुक्रवार की शाम गुड़गांव से चलने के बाद शनिवार की सुबह करीब पांच बजे एक साझेदार ने इटावा जनपद के चौपला में बस को हाईजैक कर लिया था. जिसके बाद एक साझेदार ने पुलिस को बस हाईजैक की सूचना दी थी. पुलिस व यूपीडा के कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद बस को जिले के सौरिख कस्बा में कब्जे में लिया.
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चालक ने 11 किलोमीटर तक गलत दिशा में दौड़ाई बस
बताया जा रहा है कि आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर यूपीडा और पुलिस टीम के पीछा करने के दौरान बस चालक ने तालग्राम कट से बस को गलत साइड में घुमा दिया. पुलिस व यूपीडा के कर्मचारियों ने करीब 11 किलोमीटर गलत दिशा में दौड़ने के बाद बस को कब्जे में ले पाए.
जांच में बस का नम्बर निकला फर्जी
आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर बड़ी संख्या में फर्जी नम्बरों पर निजी बसें फर्राटा भरी है. इससे सरकार को लाखों रुपये के राजस्व का चूना लगा रहा है. हाईजैक की सूचना पर पकड़ी गई बस की जांच पड़ताल के दौरान बस का नंबर फर्जी निकला. बस पर पड़ा नंबर यूपी 76 के 3268 बस पर दूसरी बस का निकला. बस के चेसिस नम्बर और इंजन नम्बर में अन्तर मिला है.