कन्नौज: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जिन्ना पर विवादिता बयान दिया था. जिन्ना पर विवादित बयान का मुद्दा ठंडा भी नहीं हुआ था कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश अपने जिन्ना प्रेम का इजहार कर दिया. राजभर ने भी जिन्ना पर विवादित बयान देते हुए कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री अगर जिन्ना बनाए जाते तो देश का बंटवारा नहीं होता. राजभर के बयान पर पलटवार करते हुए कन्नौज से भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने कहा है कि ओम प्रकाश राजभर जिस प्रकार का बयान दिया है वह अखिलेश के इशारे पर दिया है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग भारत में सरिया के कानून का सपना देख रहे हैं. लेकिन भारत की पहचान ही हिंदूत्व की है.
दरअसल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर अपने बयानों के कारण चर्चा में बने रहते हैं. इस बार उनका जिन्ना प्रेम चर्चा में है. ओम प्रकाश राजभर ने कहा था अगर मोहम्मद अली जिन्ना भारत के प्रधानमंत्री बने होते तो देश का विभाजन नहीं होता. उनके इस बयान पर पलटवार करते हुए सांसद सुब्रत पाठक ने कहा कि अखिलेश के इशारे पर ही राजभर ने इस प्रकार का बयान दिया होगा.
लेकिन उन्होंने जिस प्रकार से कहा है कि अगर जिन्ना पहले देश के प्रधानमंत्री होते तो देश का बंटवारा नहीं होता तो सबसे पहले उनको एक बात समझनी चाहिए कि हिन्दुस्तान के विभाजन के लिए जिस प्रकार से जिन्ना ने दंगा कराए, उस दंगे में एक बड़ा कत्लेआम हिंदू समाज का हुआ, उससे यह साबित होता है कि जिन्ना हिंदुओं के विरोधी थे, तो अब ये सवाल उठता है कि अगर जिन्ना प्रधानमंत्री होते तो आज राजभर कहां होते.
वहीं उन्होंने सलमान खुर्शीद के हिंदुत्ववादी सोच को ISIS जैसा बताने पर हमला बोलते हुए कहा कि भारत की पहचान ही हिंदुत्व से है. कुछ लोग भारत में सरिया के कानून का सपना देख रहे हैं. यह लोग हिंदुत्व को समाप्त कर देना चाहते हैं. जिनका भारत की प्राचीन संस्कृति को समाप्त कर देना लक्ष्य है. जो भारत में सरिया के कानून का जो सपना देख रहे हैं उनमें से एक सलमान खुर्शीद भी हैं. उनका बयान उनकी मानसिकता को दर्शाता है.
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जिन्ना पर छिड़ी बहस