कन्नौज: ऑल बीटीसी डीएलईडी वेलफेयर एसोसिएशन ने सरकारी विभागों में समूह ख और ग के पदों पर संविदा और विनियमितिकरण लागू किए जाने का विरोध किया है. एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि, इससे योग्य व्यक्ति को एक बार चयनित होने के बाद भी उसे पांच साल तक बार-बार अपनी योग्यता सिद्ध करनी पड़ेगी. एसोसिएशन ने नई नियमावली को लागू नहीं करने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा.
- यूपी में नौकरियों की नई नियमावली का विरोध
- ऑल बीटीसी डीएलईडी वेलफेयर एसोसिएशन ने किया विरोध
- समूह ख और ग के पदों पर पहले संविदा पर नौकरी देने का प्रावधान
मंगलवार को ऑल बीटीसी डीएलईडी वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी गौरव सिंह, देवेंद्र सिंह, आकाश चतुर्वेदी, सुधांशु यादव, अंकुर यादव, अभिषेक यादव, शिवम् यादव सदर तहसील पहुंचे. जहां उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम राकेश कुमार मिश्रा को दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, प्रदेश सरकार ने कहा है कि समूह ख और ग के पदों पर पांच साल के लिए संविदा पर नौकरी दी जाएगी. हर छह माह में मूल्याकंन किया जाएगा. इससे भ्रष्टाचार और धन उगाही के मामले बढ़ेंगे. जबकि पिछले चार वर्षों से भी अधिक समय से अनेक भर्तियों के परिणाम लंबित है. नए नियम प्रतियोगियों के लिए विष का काम करेंगे. एसोसिएशन ने सरकार से अपना फैसला वापस लेने की मांग करते हुए संविदा नौकरी का समय पांच साल से कम किए जाने की मांग की.