कन्नौज: पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव गुरुवार कोशहीद की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में भाग लेने के बाद छिबरामऊ में अपने एक कार्यकर्ता के परिवार से मिलने पहुंचे. यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि शहीद के परिवार के लोगों ने बहुत दिन इन्तजार किया. वह चाहते थे कि शहीद की प्रतिमा का अनावरण हो जाए.
महिलाओं के विरोध करने पर योगी के भाषण पर बोले अखिलेश
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे हिन्दू समाज में साधु और संत की बहुत ही प्रतिष्ठा है. अगर हम किसी को भगवा रंग में देख लें तो हम उसे सम्मान की दृष्टि से देखते हैं. अगर साधु-संत है, तो कम से कम उनकी भावना और भाषा ऐसी नहीं होनी चाहिए. लोकतंत्र में सभी को विरोध करने का अधिकार है.
उन्होंने कहा कि अगर हम किसी बात से सहमत नहीं हैं, तो उसका विरोध कर सकते हैं. इसीलिए मैं समझता हूं कि बड़ी संख्या में महिलाएं, माताएं, बहनें आईं. हमें खुशी इस बात की है कि कभी रानी लक्ष्मीबाई अपने स्वाभिमान, सम्मान के लिए लड़ी थीं. आज लाखों की संख्या में महिलाएं हैं.
सीएम की भाषा शैली पर उठाए सवाल
अखिलेश यादव ने कहा कि राजनीति में किसी राजनेता की भाषा 'डंके की चोट पर', 'ठोंक दो' और 'जबान हम खींच लेंगे' यह नहीं हो सकती. हम तो उनसे कहते है कि यह सड़क जो बनी है, एक्सप्रेसवे जो बना है, इस पर बहस कर लें.
बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप
सपा प्रमुख ने कन्नौज बस हादसे पर सवाल उठाते हुए कहा कि बस मालिक को इसलिए बचाया जा रहा है, क्योंकि वह भाजपा का कार्यकर्ता है. आज भी कितने लोगों की जान गई है, कोई संख्या बताने को तैयार नहीं. कितने अफसोस की बात है और पूरी सरकार पूरा प्रशासन लगा हुआ है कि कैसे भी बस मालिक को बचा लें. जो दोषी हैं, उन्हें बचा लें. भाजपा के इशारे पर ही बस में पीछे टीन लगी थी. भाजपा के ही लोग हैं, जिन्होंने सरिया लगा रखे थे, जिससे कोई बाहर न निकल पाए.
भाजपा सांसद के बयान का दिया यह जवाब
कन्नौज भाजपा सांसद ने अपने दिए गए बयान में कहा था कि अखिलेश मुलायम के पुत्र न होते तो जिला पंचायत सदस्य भी न होते. इस पर अखिलेश यादव का कहना है कि यह तो सही है कि अगर हम जन्म ही न लेते तो क्या होते, भाई अगर हम जनम कहीं और ले लेते तो कैसे होते. क्या चार टांग के होते क्या. उन्होंने कहा कि मुझे बीजेपी के लोगों पर शर्म आती है. देखिए यहां की एक विधायक मंत्री थीं, कहते-कहते उनका मंत्री पद छिन गया और आज भी उसी सड़क पर चलती हैं.
बस हादसे पर मुआवजे को लेकर किया बड़ा एलान
अखिलेश यादव ने कहा कि देखो कैसे लोग हैं सरकार के. मरने वालों की अभी तक संख्या नहीं बता रहे हैं. हम आपको बता कर जा रहे है कि बहुत जल्द हम आएंगे. सदन का पहला सत्र खत्म होगा तो जितने लोगों की जानें गई हैं, उन सभी को पार्टी से एक-एक लाख और घायलों को 20-20 हजार रुपये देंगे और सरकार बनने के बाद उन सभी मरने वालों के परिवार को 20-20 लाख रुपये सपा सरकार देगी.
सीएए को लेकर दिया बयान
सीएए पर अखिलेश यादव ने कहा कि कल बीजेपी की भी सरकार नहीं होगी तो लोकसभा से इसे फिर पास कर दिया जाएगा और अभी तो हमें सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है. सरकार को जवाब देने दीजिए. हमें पूरा भरोसा है कि सुप्रीम कोर्ट भारत की आत्मा को समझेगा. नहीं तो आने वाले समय में जनता वोट डालकर इन्हें हटाकर अपने आप संविधान बदल लेगी.
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