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कन्नौज बस हादसा: अखिलेश यादव ने घायलों से की मुलाकात, सरकार को ठहराया जिम्मेदार

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार को कन्नौज पहुंचे. यहां उन्होंने बस हादसे में पीड़ित लोगों से मुलाकात की और उनका हाल जाना. साथ ही उन्होंने सरकार को इस हादसे जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि सरकार की मिलीभगत से गैर-कानूनी ढंग से यह बस चलाई जा रही थी. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार मृतकों की संख्या भी छिपा रही है.

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अखिलेश यादव

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Published : Jan 13, 2020, 8:27 PM IST

Updated : Jan 13, 2020, 10:23 PM IST

कन्नौज:पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कन्नौज में हुए बस हादसे की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने दुर्घटना स्थल पर पहुंचकर स्थित का जायजा लिया. उन्होंने बस में जलकर हुई मौतों पर शोक जताया. वहीं उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए बस मालिक और उसके ड्राइवर को भाजपा कार्यकर्ता बताया और सरकार पर उन्हें बचाने का आरोप लगाया.

अखिलेश यादव ने सरकार को बताया हादसे का जिम्मेदार.

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव छिबरामऊ के 100 शैय्या अस्पताल पहुंचे. यहां उन्होंने घायलों से हादसे पर जानकारी ली और सरकार को इस दुर्घटना का जिम्मेदार बताया. उन्होंने मेडिकल कालेज पहुंचकर घायलों के इलाज और उनके देखभाल की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने घायलों की मदद और मृतकों के मुआवजे पर भी सवाल उठाया.

80 से ज्यादा यात्री थे बस में सवार
अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग अस्पताल में भर्ती हैं, उनका कहना है कि बस में 80 से ज्यादा लोग सवार थे. कई लोगों ने खुद हाथों से शीशा तोड़ा और कूद कर खुद को बचाया. यह वह लोग हैं, जिन्हें बाहर निकलने का मौका मिल गया. उन्होंने कहा कि मै इस बस के अन्दर और मौके पर भी गया था. मैंने बस और ट्रक को देखा. यह तो भगवान की कृपा है या इन लोगों का कुछ पुण्य रहा होगा, जिसकी वजह से इन लोगों ने अपनी जान बचा ली.

गैर-कानूनी ढंग से बनी थी डग्गामार बस
अखिलेश यादव ने कहा कि बस देखने से लगता है कि पूरी बस गैर-कानूनी रूप से बनी हुई है. उन्होंने कहा कि बस के शीशे पर जो मापदंड होते हैं, वह मापदंड सही नहीं थे. खिड़की पर लोहे की जालियां नहीं लग सकतीं. लोहे की रॉड नहीं लग सकती, लेकिन खिड़कियों पर लोहे की रॉड लगी हुई थी. बस के पीछे शीशा होना चाहिए लेकिन शीशे की जगह मजबूत टीन शेड लगी हुई थी. उन्होंने कहा कि क्या ड्राइवर को वह सुविधाएं मिली थीं, जो एक ड्राइवर को मिलनी चाहिए थी.

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सरकार छिपा रही है मृतकों की संख्या
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार यात्रियों की संख्या छिपा रही है. हम सरकार से कहना चाहते हैं कि जब बस चली होगी तो हर एक व्यक्ति के हाथ में मोबाइल रहा होगा. दुर्घटना स्थल के पास टावर होगा. उसमें अभी पूरी सूचना होगी. यह सूचना तीन महीने तक सुरक्षित होती है. मैं चाहूंगा कि सरकार टेलीफोन की कम्पनियों से बात करे, सूचना दे कि आखिरकार कितने लोग मोबाइल के साथ इसमें सफर कर रहे थे. सरकार एक मोबाइल नम्बर जारी करे और जनता में प्रचार करे कि अगर किसी परिवार के सदस्य की जान गई है या घर नहीं लौटा है. सूचना मिलने के बाद सरकार बताए कि लोगों की कितनी संख्या थी.

सरकार मृतकों के परिजनों को दे दस-दस लाख का मुआवजा
अखिलेश यादव ने कहा कि हमने मांग की थी कि जिन परिवारों के सदस्यों की जान गई है. उनको दस लाख की मदद दी जाए, क्योंकि सरकार के पास पैसा बहुत है. समाजवादी सरकार में आप जानते हो क्या मदद होती थी. यह घटना पहली नहीं हुई है. इस मालिक के ट्रेवल्स की पहले भी घटना हुई है. कहीं न कहीं मिलीभगत के चलते नियमों को तोड़ा गया है.

सरकार बदलेगी तब कानून व्यवस्था ठीक होगी

20-20 लाख मुआवजा देगी समाजवादी सरकार.
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी तो पीड़ित परिवारों को 20-20 लाख रुपए की मदद दी जाएगी. कमिश्नरी प्रणाली पर इशारों में ही उन्होंने लखनऊ के एसएसपी रहे कलानिधि नैथानी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में मदद करने वाले अफसर को इनाम मिला. जो कमिश्नर सिस्टम लागू हुआ है. वह कन्नौज के लोगों को गिफ्ट मिला है. कन्नौज को आपसे बेहतर कोई नहीं समझेगा. उन्होंने कहा कि हमें दुख इस बात का है कि पुलिस कप्तान को गिफ्ट नहीं मिल पाया. वह नोएडा जाना चाहते थे. अब सीनियर नहीं हैं तो कमिश्नर नहीं बन सकते. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद नहीं है कि किसी के बदल जाने से कानून व्यवस्था ठीक होगी. सरकार बदलेगी तब कानून व्यवस्था ठीक होगी.
Last Updated : Jan 13, 2020, 10:23 PM IST

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