गंगा में 2.75 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, चेतावनी बिंदु से 29 सेमी दूर
लगातार हो रही बारिश के चलते गंगा नदी में अलग-अलग बांधों से करीब 2.75 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इससे गंगा का जलस्तर बढ़कर 124. 680 पहुंच गया है. गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से महज 29 सेमी दूर रह गया है. इससे गंगा के किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर है. गंगा के किनारे बसे करीब 18 से ज्यादा गांवों में अलर्ट जारी किया गया है.
कन्नौज :लगातार हो रही बारिश के चलते गंगा नदी में अलग-अलग बांधों से करीब 2.75 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इससे गंगा का जलस्तर बढ़कर 124. 680 पहुंच गया है. गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से महज 29 सेमी दूर रह गया है. इससे गंगा के किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर है. गंगा के किनारे बसे करीब 18 से ज्यादा गांवों में अलर्ट जारी किया गया है.
पहाड़ों और मैदानी इलाकों में लगातार बारिश हो रही है, जिसके चलते बांधों से गंगा में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. गंगा में करीब 2.75 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इससे जिले में गंगा का जलस्तर एक बार फिर बढ़ गया है. केंद्रीय जल आयोग चौकी प्रभारी सूरज सिंह ने बताया कि बुधवार को गंगा का जलस्तर 124.680 मापा गया है. जबकि चेतावनी बिंदु 124.970 है. खतरा का निशान 125.97 मीटर है. गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए स्नान करने वालों पर निगरानी के लिए पुलिस व पीएसी को लगाया गया है.
गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ आने पर तट के किनारे बसे अधिकांश गांव जलमग्न हो जाते है. गंगा का जलस्तर चेतावनी बिन्दु के पास पहुंचने गंगा के किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने कासिमपुर, दाईपुर, बख्शीपुर, जुकैया समेत करीब 18 से अधिक गांवों अलर्ट जारी किया है. साथ ही बाढ़ चौकियां, राजस्व टीम, सिंचाई विभाग की टीम, स्वास्थ्य विभाग की टीम को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए है. प्रशासन ने बाढ़ जैसे हालातों से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है.