झांसी:उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सरकार अपने-अपने राज्य के रहने वाले लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए बसों की व्यवस्था की है. इसी के तहत झांसी में फंसे कई राज्यों के मजदूरों को बसों से उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है.
अपने-अपने घरों को रवाना मजदूर-
भोजला मंडी परिसर में उत्तर प्रदेश के अफसर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों के रहने वाले मजदूरों को उनके घरों के लिए रवाना किया है. बड़ी संख्या में मजदूर यहां अलग-अलग फैक्ट्रियों और संस्थानों के बन्द हो जाने के बाद से अपने घर जाने की मांग कर रहे थे. इसके अलावा हरियाणा, दिल्ली सहित अन्य राज्यों के जिन मजदूरों को झांसी में क्वारन्टीन किया गया था उन्हें भी अब उनके घर भेजा जा रहा है.
झांसी: एमपी में फंसे मजदूरों की यूपी में वापसी, बसों से भेजा जा रहा घर - workers trapped in mp return to up
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में लागू लॉकडाउन के चलते जिले के 1500 से अधिक मजदूर विभिन्न राज्यों में महीने भर से फंसे हुए थे. राज्य सरकार की पहल के बाद जिला प्रशासन इन मजदूरों को घर वापस लाना और भेजना शुरु कर दिया है. राजस्थान और गुजरात से करीब साढ़े तीन सौ मजदूरों को वापस लाया जा चुका है. बुधवार की रात राजस्थान के करीब 150 और उ.प्र. के झांसी, जालोन और प्रयागराज के 500 मजदूरों और लॉकडाउन में फंसे लोगों को लाया जा चुका है.
आजाद नगर डिपो के बस ड्राइवर अरविंद कुमार शर्मा ने बताया कि बस में 45 लोग सवार हैं. जिन्हें मिर्जापुर ले जाने की उन्हें जिम्मेदारी मिली है.
भविष्य को लेकर बनी है अनिश्चितता-
काम बंद हो जाने के बाद भले ही इन लोगों को अपने घर भेजा जा रहा हो, लेकिन अब इन मजदूरों या नौकरीपेशा लोगों के सामने सबसे बड़ी चुनौती नए तरीके से रोजगार की है. एक मजदूर ने बताया कि वह मध्यप्रदेश के बीना में पेट्रोलियम कम्पनी में काम कर रहा था. वहीं अन्य मजदूर का कहना है कि वे झांसी के अम्बाबाय में वेल्डिंग का काम कर रहा था काम बंद होने के कारण अब वह अपने घर जाने को मजबूर है.
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