झांसी:जिले में शुक्रवार को ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या के मौके पर महिलाओं ने पति की दीर्घायु की कामना के लिए वट वृक्ष की पूजा अर्चना की. सुहागिन महिलाओं ने सबसे पहले सुबह स्नान कर सूर्य देवता को जल चढ़ाया और वट को धागा बांधकर परिक्रमा लगाई. इसके बाद वट वृक्ष से अपने पति की लंबी उम्र के लिए भगवान से प्रार्थना की.
झांसी: सुहाग की सलामती के लिए महिलाओं ने की वट वृक्ष की पूजा - सत्यवान सावित्री कथा
ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या के मौके पर शुक्रवार को झांसी की सुहागिन महिलाओं ने अपनी पति की लंबी उम्र के लिए वट वृक्ष की पूजा की. बरगद के पेड़ पर धागा बांधकर महिलाओं ने सुख और समृद्धि की कामना की.
![झांसी: सुहाग की सलामती के लिए महिलाओं ने की वट वृक्ष की पूजा वट सावित्री व्रत 2020](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-08:00-up-jhs-03-vatbrkshpuja-pic-upc10032-22052020195437-2205f-1590157477-494.jpg)
पति की दीर्घायु की कामना
झांसी जिले के विभिन्न स्थानों पर वट सावित्री व्रत के दिन महिलाओं ने वट वृक्ष में कच्चा सूत का धागा बांधा और परिक्रमा लगाकर पति की दीर्घायु की कामना की. ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन वट वृक्ष की पूजा करने से सौभाग्य संपत्ति धन धान सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन सावित्री ने यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राणों की रक्षा की थी. जिसके बाद से सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए यह व्रत रखती है.