झांसी:मध्य प्रदेश के रास्ते प्रवासी मजदूरों के उत्तर प्रदेश में आने का सिलसिला लगातार जारी है. जिले के रक्सा थानाक्षेत्र में बॉर्डर पर आने वाले लगभग छह से सात हजार मजदूरों और प्रवासियों को रोडवेज बसों से हर रोज उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है. सोमवार रात बॉर्डर पर भीड़ नियंत्रित दिखाई दी.
बसों के माध्यम से मजदूरों को भेजा जा रहा घर दरअसल रविवार को मजदूरों पर लाठीचार्ज होने और जिले के प्रशासनिक अफसरों को शासन से मिली फटकार के बाद सोमवार को व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त दिखाई दीं. सोमवार रात यहां अधिकारी और कर्मचारी, प्रवासियों को बसों में बिठाने की व्यवस्था करते दिखाई दिए.
भारी संख्या में प्रवासी मजदूरों का पलायन जारी रोडवेज और पुलिस विभाग ने संभाला मोर्चाएक ओर जहां रोडवेज बसों के माध्यम से लोगों को घर पहुंचाया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर अपने साधनों से भी लोगों के आने का सिलसिला जारी है. शासन की सख्ती और फटकार के बाद बॉर्डर पर बसों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है. रोडवेज के अफसर खुद मौके पर मौजूद हैं. पुलिसकर्मी भी मजदूरों को उनके गृह जनपद की बसों में बिठाते दिखाई दिए. बॉर्डर पर एक अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र भी बनाया गया है, जिससे किसी की तबियत बिगड़ने पर उसकी तत्काल मदद की जा सके. भारी संख्या में पुलिस मुस्तैद खान-पान की है व्यवस्थारक्सा बार्डर पर खान पान के लिए प्रशासनिक और अन्य संस्थाओं की ओर से व्यवस्था की गई है. यहां भारतीय जनता पार्टी की ओर से खाने की व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता यहां से होकर गुजरने वाले जरूरतमंद लोगों को प्रतिदिन चप्पलें मुहैया कराने में जुटे हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता बांट रहे चप्पल पैदल और ट्रकों से आने वालों की संख्या घटीउत्तर प्रदेश रोडवेज के सहायक यातायात निरीक्षक अनिल चतुर्वेदी ने बताया कि शाम पांच बजे के पहले यात्री अधिक थे. पांच बजे के बाद भीड़ में कमी आई है. औसतन हर बस में 35 से 40 लोग भेजे जा रहे हैं. सुबह से अभी तक 150 बसें निकाली जा चुके हैं. जिनसे लगभग छह हजार यात्री रवाना किए जा चुके हैं. ट्रकों के आने की संख्या घटी है. पैदल यात्री अब एक दो ही आ रहे हैं. सबसे अधिक यात्री पूर्वांचल क्षेत्र के आ रहे हैं. रोडवेज विभाग प्रतिदिन छह से सात हजार सवारी यहां से ले जाने का काम रहा है.