झांसी : कृषि विभाग और जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण जनपद में पराली जलाने के मामले बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं. जिला प्रशासन ने जनपद में पराली जलाए जाने की 259 घटनाओं के सामने आने पर इस मामले का संज्ञान लेते हुए 21 गांवों की निगरानी का जिम्मा पुलिस फोर्स को सौंप दिया है.
झांसी : पराली जलाने में हुई रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी, 21 गांवों पर पुलिस की नजर
झांसी में पराली जलाने की घटनाओं में हुई रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी के बाद पुलिस को 21 गांवों की निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है. अब पराली जलता मिलने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी, साथ ही 2500 का जुर्माना भी लगाया जाएगा.
जिले में अगले 15-20 दिनों तक इन सभी गांवों की निगरानी पुलिस करेगी. चिह्नित किये गए किसी भी गांव में अगर पराली जलाने की घटना हुई तो आरोपी पर 2500 रुपये जुर्माने के साथ एफआईआर भी दर्ज होगी. रविवार को एनजीटी के माध्यम से पूरे उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक पराली जलाये जाने की 259 घटनाओं की सूचना जनपद झांसी में मिली.
एनजीटी से मिली सूचना के बाद ग्राम रेव, भरोसा, पसैया, छपार, पुलहना, पुलिया, बकुवां बुजुर्ग, देगुवा, गडूका, तलौड़, सय, दासना, पाण्डौरी, सौराई, सिमरिया, पहाड़पुर, चंदार, लडावरा, शाहजहांपुर व विरगुवां प्रशासन की निगरानी में आ गए. इन सभी गांव में पुलिस फोर्स लगातार भ्रमण करेगी और यदि पराली जलाने की घटना होती है तो जुर्माने के साथ एफआईआर दर्ज की जाएगी.