झांसी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, वैसे ही चुनाव प्रचार बढ़ता जा रहा है. सभी दलों के प्रत्याशी अपने तरीकों से जनता को लुभाने की कोशिश में लगे हुए हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में बुंदेलखंड में कांग्रेस भले ही शून्य पर रही हो, पर इस चुनाव में कांग्रेस के घोषित प्रत्याशी बुंदेलखंड (Bundelkhand Congress) की सभी सीटों पर दिल और जान से लगे हुए हैं. इसी के चलते सदर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी राहुल रिछारिया (Rahul Richhariya Jhansi) ने आज प्रेम नगर इलाके के विभिन्न मोहल्लों का भ्रमण किया.
प्रेम नगर (Prem Nagar Jhansi) इलाके में जनता के बीच पहुंचे राहुल रिछारिया ने लोगों से कांग्रेस के पक्ष में वोट देने की अपील की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही एकमात्र पार्टी है, जो निर्विवाद रूप से विकास के कार्य करती है. आज देश में जितने भी विकास के कार्य हैं, वह सब कांग्रेस की देन है.
उन्होंने कहा कि झांसी विधानसभा क्षेत्र के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. स्मार्ट सिटी परियोजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा, गर्मी में पानी के लिए हम अपने लोगों को खोने पर मजबूर हैं.
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राहुल रिछारिया ने आगे कहा कि जनता का आशीर्वाद मिलेगा, तो पानी के लिए किसी की जान नहीं जाएगी. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राहुल रिछारिया का विजन है- इस आधुनिक भारत में लोगों को घरों तक बिजली पहुंचाने का. आज भट्टा गांव के क्षेत्र में देखा कि लोग बल्लियों के सहारे बिजली के तार अपने घर तक ले जा रहे हैं. राहुल रिछारिया का विजन है जैसे उनके पिताजी और उनके दादाजी ने यहां की जनता को 30 वर्ष के लिए रोजगार दिया था, वैसे ही वे जनता को 30 वर्ष के लिए रोजगार देना चाहते हैं.
गौरतलब है कि कांग्रेस के ही नेताओं का आरोप है कि टिकट वितरण में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है. बबीना विधानसभा (babina vidhan sabha) पर बलवान यादव ने टिकट बेचने का आरोप भी पार्टी के कई नेताओं पर लगाया है. वहीं दूसरी ओर महानगर अध्यक्ष अरविंद ने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और स्वयं के साथ अन्याय को लेकर पार्टी से त्यागपत्र दे दिया है.
बताया जा रहा है कि कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष अरविंद वशिष्ठ के कांग्रेस पार्टी छोड़ने का असर चुनाव में दिखाई दे सकता है, क्योंकि उनकी साफ-सुथरी छवि के कारण एक अलग पहचान है. उनके पिता झांसी से विधान परिषद के सदस्य रहे और पुराने कांग्रेसी भी. जिस कारण अरविंद वशिष्ठ का बुंदेलखंड में अच्छा खासा प्रभाव था. आज उनके पार्टी छोड़ते ही आसपास की सभी सीटों पर पार्टी के वोट बैंक पर अच्छा खासा प्रभाव पड़ेगा.
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