उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

जल संकट: तपती धूप में पानी के लिए तरस रहा झांसी का यह गांव - झांसी के गांव घुराट तेजपुरा में पानी का संकट

झांसी का एक गांव इस भीषण गर्मी में पीने के लिए पानी को तरस रहा है. इस गांव के सारे हैंडपंप या तो खराब हो चुके हैं, या सूख गए हैं. किसी तरह इस गांव के लोग टैंकर से मिल रहे पानी से अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं. प्रशासन से केवल आश्वासन ही मिल रहा है.

जल संकट
जल संकट

By

Published : Jun 7, 2021, 6:45 PM IST

झांसी : जनपद के बंगरा ब्लॉक में झांसी-खजुराहो राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित ग्राम पंचायत घुराट तेजपुरा के लोग भीषण गर्मी में पीने के पानी का संकट झेल रहे हैं. इस गांव के अधिकांश हैंडपंप सूख गए हैं या फिर खराब हो गए हैं. इसके कारण यहां के लोगों को दूरदराज से पानी लाना पड़ता है. कई स्थानों पर टैंकरों की मदद से पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि फोरलेन निर्माण कर रही कम्पनी ने सड़क किनारे स्थित सभी हैंडपंप उखाड़कर जो दूसरे हैंडपंप लगवाए हैं, उनमें से अधिकांश सूख गए हैं या फिर खराब हो गए हैं. अफसरों का कहना है कि एजेंसी को कहकर इन हैंडपंप की गहराई बढ़ाई जायेगी या फिर इन्हें बदला जाएगा.

झांसी में जल संकट.

ग्रामीणों का सड़क निर्माण एजेंसी पर आरोप
गांव की रहने वाली सावित्री कहती हैं कि यहां लोगों को पीने तक का पानी मुश्किल से मिल रहा है. यहां जो हैंडपंप लगे थे, सब उखड़ गए. अब टैंकर से पानी भरना पड़ रहा है. स्थानीय निवासी राम रतन कहते हैं कि पहले यहां 150 से 200 फीट गहरे हैंडपंप लगे थे. चौमासे के समय पीएनसी वालों ने पचास, साठ, सत्तर फीट पर हैंडपंप लगा दिए. उस समय पानी निकल आया था लेकिन अब गर्मी के सीजन में पानी नहीं आ रहा है. पूरे गांव में किसी भी नल में पानी नहीं है. सुरेंद्र कुमार कहते हैं कि पीएनसी वालों ने यहां हाइवे बनाया तो सारे हैंडपंप उखाड़ दिए गए. यहां पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. ग्राम प्रधान की ओर से टैंकर से पानी की व्यवस्था की जा रही है.

इसे भी पढे़ं-शर्मनाक: नवजात बच्ची का शव लेकर घूमता रहा आवारा कुत्ता, लोग बनाते रहे वीडियो

हैंडपंप रिबोर कराने का मिल रहा आश्वासन

मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार का कहना था कि ऐसे गांव जहां हाइवे बनने की वजह से हैंडपंप को रिप्लेस किया गया है, उनकी स्थापना उन्हीं के द्वारा कराई जानी है. मुझे घुराट के सम्बंध में जानकारी मिली है. उसके सम्बन्ध में एजेंसी से कहकर दूसरे हैंडपंप वहां लगवाएंगे. यदि स्थल में परिवर्तन की आवश्यकता होगी, तो वह कराया जाएगा. यदि रिबोर की आवश्यकता होगी, तो उसे कराएंगे. तब तक वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में टैंकर से पानी की सप्लाई की जा रही है.


ABOUT THE AUTHOR

...view details