झांसी:स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत महारानी लक्ष्मी बाई के किले की पहाड़ी (नींव) को काटकर एक बाउंड्री वॉल बनाई जा रही थी. इसे स्मार्ट सीटी के अंतर्गत नगर निगम बनवा रहा था. बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा इसका विरोध कर रहा है. उसका कहना है कि भारतीय पुरातत्व सर्वे के एक्ट का उल्लंघन करते हुए यहां यह अवैध निर्माण कराया जा रहा है. इसी बीच इस बाउंड्री वॉल को किसी ने तोड़ दिया. इस पर मोर्चा पदाधिकारियों ने खुशी का इजहार किया है. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था.
बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय अपने साथियों के साथ गिराई गई बाउंडरी वाल के स्थल पर पहुंच कर वहां उपस्थित मजदूरों को मिठाई बांटी. उन्होंने कहा मीडिया को अपने सूत्रों से पता करना चाहिए कि इतनी लंबी बाउंड्री वॉल क्यों और किसने तोड़ी है. अगर बाउंडरी वॉल एक्ट के तहत तोड़ी गई है तो बनाने वालों के खिलाफ कठोर कार्यवाही होनी चाहिए. बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा अंतिम सांस तक किले की पहाड़ी को सुरक्षित रखने का अभियान जारी रखेगा.
मोर्चा अध्यक्ष ने कहा कि मोर्चा दो या तीन दिन इंतजार करेगा कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक FIR दर्ज करवा दे वार्ना 156/3 के तहत हम न्यायालय की शरण में जाएंगे. गौरतलब है कि झांसी किले के चारों तरफ स्मार्ट सिटी के तहत पाथवे बनाया जा रहा है. इसका विरोध पिछले कई दिन से बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा कर रहा था. बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानु सहाय इससे पहले जहां से रानी लक्ष्मी बाई घोड़े पर बैठकर कूदी थी. वहीं से खुद कूदकर जान देने की चेतावनी प्रशासन को दे चुके थे.