झांसी: हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न दिलाने के मकसद से तारक पारकर ने मध्य प्रदेश के खरगौन से दिल्ली तक की पदयात्रा शुरू की है. पुलिस विभाग के रिटायर्ड फॉरेंसिक एक्सपर्ट और हॉकी खिलाड़ी पारकर अपने सफर में 1145 किमी की पदयात्रा करेंगे. वे पदयात्रा करते हुए मंगलवार को झांसी पहुंचे और सीपरी बाजार स्थित हीरोज ग्राउंड पर मेजर ध्यानचंद की समाधि पर फूल चढ़ाए.
तारक पारकर से बात करते ईटीवी भारत संवाददाता. जादूगर की नगरी पहुंची पदयात्रा
तारक पारकर ने बताया कि वह आज दिनारा होते हुए झांसी पहुंचे हैं. उनकी पदयात्रा 15 दिसम्बर को खरगौन से शुरू हुई है और इंदौर, देवास, शाहापुर, गुना होते हुए मंगलवार को हॉकी के जादूगर और खेलों के पितामह मेजर ध्यानचंद की नगरी में आगमन हुआ. इससे आगे दतिया, ग्वालियर, आगरा, मथुरा होते हुए दिल्ली तक जाने का लक्ष्य है.
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पीएम मोदी से करेंगे मुलाकात
पारकर ने बताया कि दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. पीएम को इस बात की याद दिलाएंगे कि वह हर साल खेल दिवस पर मेजर ध्यानचंद को महान खिलाड़ी बताते हैं, लेकिन भारत रत्न देते वक्त उन्हें भुला दिया जाता है. पीएम से अनुरोध करेंगे कि देशवासियों और खिलाड़ियों के मन की बात को समझें और 2020 में मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित करें, जिससे हॉकी खिलाड़ियों में उत्साह जागृत हो और हॉकी का स्वर्णिम इतिहास दोहराया जाए.
दद्दा से 1978 में हुई थी मुलाकात
तारक ने बताया कि मेजर ध्यानचंद से 1978 में उनकी मुलाकात हुई थी. हमेशा यह लगता था कि उन्हें भारत रत्न मिलना चाहिए. मन में विचार आया कि खरगौन से दिल्ली तक यात्रा की जाए. पदयात्रा के माध्यम से देशवासियों और खिलाड़ियों को जागृत कर रहा हूं कि दद्दा को भारत रत्न मिले.
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सामाजिक संगठनों ने किया सम्मान
झांसी के हीरोज ग्राउंड पर तारक का स्थानीय जन प्रतिनिधियों, हॉकी खिलाड़ियों और मेजर ध्यानचंद के परिवार के लोगों ने तारक का सम्मान किया. इस दौरान मेयर रामतीर्थ सिंघल, मेजर ध्यानचंद के पुत्र अशोक ध्यानचंद, हॉकी खिलाड़ी सुबोध खांडेकर, आफाक अहमद, राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉ. नीति शास्त्री व अन्य लोग मौजूद रहे.