झांसी: कोविड काल में आउटसोर्सिंग पर काम करने के बाद नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों ने शुक्रवार को इलाइट चौराहे से कलेक्ट्रेट तक जुलूस निकाला. इस जुलूस में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य और कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी शामिल हुए. हाथों में तख्तियां लिए निष्कासित कर्मचारियों ने भीखकर मांगकर विरोध दर्ज कराया.
नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों ने जुलूस निकालकर मांगी भीख - पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य
झांसी में कोरोना काल में आउटसोर्सिंग पर काम करने के बाद नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों ने शुक्रवार को जुलूस निकाला. इस जुलूस में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य और कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी शामिल हुए.
बकाया वेतन और बहाली की मांग
कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करने के दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ता और निष्कासित पैरामेडिकल औरचतुर्थ श्रेणी आउटसोर्स कर्मचारी धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. चार महीने का बकाया वेतन देने और फिर से नौकरी में बहाल किए जाने की मांग की. प्रदर्शन के दौरान कलेक्ट्रेट में एक प्रदर्शनकारी कर्मचारी बेहोश होकर गिर पड़ा.
बिना नोटिस काम से निकालने का आरोप
रुचि ने बताया कि जुलाई महीने में नौकरी जॉइन की थी. फरवरी महीने में बिना किसी सूचना सभी को नौकरी से निकाल दिया गया. हमने छह से बारह घंटे किट पहनकर काम किया, लेकिन हमें कोई सम्मान नहीं मिला, जिन्होंने कभी किट भी नहीं पहना, उन्हें सम्मानित किया जा रहा है. आज हम इलाइट चौराहे से भीख मांगते हुए पैदल डीएम कार्यालय आए हैं. हमारी मांग है कि हमे वापस नौकरी में रखा जाए और बकाया वेतन जल्द दिया जाए.
कांग्रेस ने आंदोलन जारी रखने का किया ऐलान
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि जिन्होंने कोरोना में अपने जान की परवाह किये बिना मरीजों को बचाया, उन्हें दूध में से मक्खी की तरह निकाल दिया गया. इन्हें बकाया वेतन नहीं मिला और नौकरी से हटा दिया गया है. सरकार तत्काल इनकी नियुक्ति करे. जब तक इनकी नियुक्ति नहीं होती, हमारा आन्दोलन जारी रहेगा.