सिंचाई विभाग में घोटाला! जो बांध प्रभावित गांव के थे ही नहीं, उन्हें दे दिया गया मुआवजा - up latest news
किसान रक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर विदुआ और सामाजिक कार्यकर्ता मुदित चिरवारिया ने गांधी उद्यान में प्रेस कांफ्रेंस कर दावा किया कि लखेरी बांध के निर्माण में कई ऐसे लोगों को बचेरा गांव का निवासी बताकर मुआवजा दे दिया गया जो उस गांव के निवासी ही नहीं हैं. यह दावा उन्होंने सिंचाई विभाग से आरटीआई से मिले दस्तावेजों के आधार पर किया है.
झांसी: सिंचाई विभाग से आरटीआई से मिले दस्तावेजों के आधार पर किसान रक्षा पार्टी ने झांसी में बुधवार को एक बड़े घोटाले का खुलासा किया है. किसान रक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर विदुआ और सामाजिक कार्यकर्ता मुदित चिरवारिया ने गांधी उद्यान में प्रेस कांफ्रेंस कर दावा किया कि लखेरी बांध के निर्माण में कई ऐसे लोगों को बचेरा गांव का निवासी बताकर मुआवजा दे दिया गया जो उस गांव के निवासी ही नहीं हैं. इसके अलावा कई ऐसे लोगों को मुआवजा दे दिया गया जिनके आवेदन के साथ कोई दस्तावेज नहीं थे. दूसरी ओर गांव के बहुत सारे लोग जिन्हें सरकार और प्रशासन ने पात्र घोषित किया, उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया. इसके अलावा भी कई मुद्दे उठाकर जांच और कार्रवाई की मांग की गई.
किसान रक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर विदुआ ने कहा कि जिन लोगों को बचेरा गांव का निवासी बताकर मुआवजा दिया गया, उनकी जिला प्रशासन तलाश करे कि ये लोग कहां के रहने वाले हैं. ऐसे भी लोगों ने मुआवजा लिए हैं, जिसके पास कोई कागज नहीं है. हर बांध में और हर गांव में इसी तरह का खेल हो रहा है. यह पूरी जानकारी सिंचाई विभाग से आरटीआई से हासिल हुई है. सिंचाई विभाग यह जवाब दे कि यह कैसे हुआ. बचेरा गांव विस्थापित हो चुका है लेकिन बहुत सारे लोग अभी भी मुआवजे के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं.