झांसी: बीते दिनों महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में कोरोना मरीजों के इलाज में लापरवाही, दुर्व्यवहार और उपेक्षा के मामले सामने आए थे. मामले की मजिस्ट्रेट जांच की मांग को लेकर सोमवार को कमिश्नर सुभाष चन्द्र शर्मा को ज्ञापन दिया गया. इस दौरान सर्राफा व्यापार कमेटी, बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा और कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद रहे. पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन के साथ ज्ञापन देने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल को कमिश्नर ने जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया.
कमिश्नर को दिया गया ज्ञापन. ऑडियो और वीडियो की जांच की मांग
कमिश्नर को दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि मेडिकल कॉलेज, पैरामेडिकल और मण्डल के अनेक कोविड अस्पतालों में अव्यवस्थाओं का अंबार है. बता दें कि इलाज में लापरवाही के कारण सर्राफा व्यापार कमेटी के अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल के कोरोना संक्रमित भतीजे योगेश अग्रवाल की मौत हो गई थी.
योगेश की मौत से पहले वायरल हुआ ऑडियो कमिश्नर को सुनाया गया. इसके अलावा मऊरानीपुर के कोविड मरीज संजय गेडा की भी मौत हुई थी. मौत से पूर्व वायरल वीडियो को भी कमिश्नर को दिखाया गया और बयान मानते हुए कार्रवाई की मांग की गई. साथ ही ललितपुर जिले के तालबेहट के कोविड अस्पताल की अव्यवस्था की भी जांच कराने की मांग की गई.
कमिश्नर ने कार्रवाई का दिया आश्वासन
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि कोविड महामारी की चपेट में पूरा देश है और झांसी में इसकी बड़ी त्रासदी है. सर्राफा कारोबारी मुकेश अग्रवाल का भतीजा योगेश अग्रवाल सिस्टम के कारण मौत के गाल में समा गया. योगेश की मौत से पहले के बहुत सारे ऑडियो हैं. हम चाहते हैं कि सिस्टम में सुधार हो और जिनके कारण उसकी मृत्यु हुई है, उसके खिलाफ कार्रवाई हो. आयुक्त ने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच कराएंगे और जो लोग दोषी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.