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आउटसोर्सिंग का पूरे प्रदेश में हो रहा खेल, खत्म की जाए ऐसी व्यवस्था : राम सिंह वाल्मीकि - ram singh valmiki visited in jhansi

उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के सदस्य(Member of Uttar Pradesh Scheduled Castes Tribes Commission) राम सिंह वाल्मीकि ने गुरुवार को झांसी पहुंचे. झांसी पहुंचकर उन्होंने कई मलिन बस्तियों का भ्रमण किया और सर्किट हाउट में पत्रकारों से बातचीत की.

उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के सदस्य राम सिंह वाल्मीकि
उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के सदस्य राम सिंह वाल्मीकि

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Published : Aug 13, 2021, 6:28 AM IST

झांसी :उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के सदस्य(Member of Uttar Pradesh Scheduled Castes Tribes Commission) राम सिंह वाल्मीकि ने गुरुवार को झांसी का दौरा किया. झांसी दौरे के समय उन्होंने कई मलिन बस्तियों का भ्रमण किया. साथ ही उन्होंने कई संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं. निरीक्षण के बाद आयोग के सदस्य राम सिंह वाल्मीकि ने सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत की. बातचीत के दौरान आयोग के सदस्य राम सिंह वाल्मीकि ने कहा, कि प्रदेश भर के नगर निगमों और नगर पंचायतों में आउटसोर्सिंग पर भर्ती के नाम पर भ्रष्टाचार का खेल हो रहा है, वह इस मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने रखेंगे.

उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के सदस्य राम सिंह वाल्मीकि ने कहा, कि वह आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के विषय में चिंतन कर रहे हैं. यह विषय मुख्यमंत्री के संज्ञान में भी है. आउटसोर्सिंग के खेल में 100 लोगों की स्वीकृति करा ली जाती है और उसमें 10 या 15 लोगों से अधिक काम पर नहीं रखे जाते हैं. इस गड़बड़झाले से 80 से 85 लोगों के पैसे का बंदरबांट हो जाता है.

उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के सदस्य राम सिंह वाल्मीकि

उन्होंने कहा, कि यह विषय कई जगह से उनके सामने आया है. आयोग के सदस्य ने कहा, कि वह संविदा कर्मियों को नियमित करने व जो लोग आउटसोर्सिंग पर हैं उन्हें संविदा पर रखने के लिए सीएम से आग्रह करेंगे. आयोग के सदस्य राम सिंह वाल्मीकि का कहना है कि वह सीएम से सिफारिश करेंगे कि आउटसोर्सिंग की व्यवस्था समाप्त कर दी जाए, ताकि विभाग में इस तरह का चल रहा खेल समाप्त हो सके. इसके अलावा उन्होंने कहा, कि जो संविदा कर्मचारी 2006 और 2011 से अब तक हैं. उनमें से काफी लोगों की मृत्यु हो चुकी है. मृत्यु होने के बाद उनके परिजनों को रोजगार की काफी समस्या आती है. मुख्यमंत्री से इस विषय पर चर्चा हुई है और इस महीने के अंत मे इस विषय पर बैठक होगी.

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