झांसी:कटेरा थाने क्षेत्र के एक गांव में जमीन विवाद में 26 मई को दो पक्षों के बीच गोलीकांड की घटना हुई थी. इस गोलीकांड में एक पक्ष की एक महिला की मौत हो गई थी. जबकि गोली लगने से घायल महिला के पति नारायण सिंह (70) का इलाज झांसी मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा था. इस दौरान रविवार की देर रात अस्पताल की तीसरी मंजिल से कूदने पर घायल नारायण सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए. यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. परिजनों ने उनको बाथरूम से फेंकने का आरोप लगाया है.
कटेरा थाने के गांव लारोन निवासी नारायण सिंह के पुत्र ने बृजेन्द्र सिंह ने बताया कि कंधे में गोली लगने से उनके पिता को मेडिकल कॉलेज की नई बिल्डिंग में तीसरी मंजिल पर बने सर्जरी वार्ड में भर्ती करवाया गया था. वार्ड में उनके पिता के साथ उनके फूफा और एक सिपाही मौजूद थे. ड्यूटी पर रहे सिपाही ने बताया कि सुबह लगभग 3 बजे नारायण बाथरूम गए थे. 15 मिनट बाद उन्होंने देखा तो वह बाथरूम में नहीं थे. काफी खोजबीन के बाद भी अस्पताल में उनका कहीं पता नहीं चला. अस्पताल के गार्ड ने बताया कि बाथरूम की खिड़की के नीचे नारायण सिंह घायल अवस्था में पड़े हुए हैं. इसके बाद उन्हें इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करवाया गया.
बृजेन्द्र सिंह ने बताया कि सोमवार को उनकी मां का तेरहवीं का भोज था. इसलिए वह रविवार की शाम अस्पताल से घर चला आया था. उनके मां की हत्या के 9 दिन बीत गए हैं. इसके बावजूद भी पुलिस ने किसी आरोपी गिरफ्तार नहीं किया है. उसकी मां की हत्या के एक चश्मदीद गवाह उनके पिता थे. जिन्हें साजिश के तहत खिड़की से नीचे फेंक दिया गया. उन्होंने बताया कि उन्हें पुलिस से न्याय नहीं मिला है. इसी बात को लेकर उनके पिता ज्यादा चिंतित थे. उनके पिता के एक हाथ और दोनों पैर टूट गए हैं. गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में उनका इलाज चल रह है. जहां उनकी मौत हो गई.
नारायण सिंह ने पुलिस को बताया था कि उसने 2012 में पड़ोसी प्रीतम सिंह और बल्लन खरे से अपनी जमीन गिरवी रख कर 4 लाख 90 हजार रुपये कर्ज लिया था. इसके बाद उन लोगों ने धोखे से 18 बीघा जमीन अपने नाम करा ली थी. इसके बाद नारायण सिंह ने उन दोनों को 10 लाख रुपये दिया. इसके बावजूद भी उस जमीन पर उन्हीं लोगों का कब्जा है. जमीन जोतने के विवाद में दोनों पक्षों के बीच कई बार पंचायत हो चुकी है. लेकिन दूसरा पक्ष 60 लाख से ज्यादा रुपयों की डिमांड कर रहा था.