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मेजर ध्यानचंद जिस मैदान में करते थे प्रैक्टिस, फिर से इस तरह हो रहा तैयार

यूपी के झांसी में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद (Major Dhyan Chand) जिस मैदान में प्रैक्टिस करते थे, उस मैदान को खिलाड़ियों के लिए फिर से तैयार किया जा रहा है. अब इस ऐतिहासिक 'हीरोज ग्राउंड' (Heroes Ground) में बरमुडा घास लगाई जाएगी और हॉकी खिलाड़ियों को सौंपा जाएगा, जिससे वह भी मेजर ध्यानचंद (Major Dhyan Chand) की तरह देश का नाम रोशन कर सकें.

मेजर ध्यानचंद का मैदान
मेजर ध्यानचंद का मैदान

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Published : Aug 14, 2021, 8:47 PM IST

Updated : Aug 14, 2021, 9:05 PM IST

झांसी: हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद (Major Dhyan Chand) के आवास के पास बने ऐतिहासिक हीरोज ग्राउंड को अब हॉकी के ग्राउंड के रूप में विकसित किया जाएगा और इस पर बरमुडा घास लगाई जाएगी. यह ग्राउंड मेजर ध्यानचंद (Major Dhyan Chand) की स्मृतियों से जुड़ा हुआ है. मेजर ध्यनाचंद शुरुआती दिनों में अपनी टीम के साथ इस मैदान पर प्रैक्टिस किया करते थे. झांसी विकास प्राधिकरण (Jhansi Development Authority) इस पर एक संग्रहालय का निर्माण कराकर इसके सुंदरीकरण और आधुनिकीकरण का काम कर रहा है. मेजर ध्यानचंद के परिजनों और स्थानीय हॉकी खिलाड़ियों की मांग पर अब इस मैदान पर बरमुडा घास लगाकर इसे हॉकी के मैदान के रूप में विकसित किए जाने की तैयारी झांसी विकास प्राधिकरण (Jhansi Development Authority) कर रहा है. यहां बेहतरीन लाइटिंग की भी व्यवस्था की जा रही है, जिससे मैदान के विकसित हो जाने के बाद इस पर रात के समय में भी हॉकी के मैच आयोजित हो सकेंगे.

मेजर ध्यानचंद का मैदान.
यहां बनी है ध्यानचंद कीसमाधि
हीरोज ग्राउंड का इतिहास काफी पुराना है. मेजर ध्यानचंद(Major Dhyan Chand) के हीरोज क्लब से इसकी कई कहानियां जुड़ी हुई हैं. वे शुरुआती दिनों में यहां प्रैक्टिस करते थे और बाद में इस ग्राउंड पर हॉकी के नवोदित खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया करते थे. इसी मैदान के एक हिस्से में हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद (Major Dhyan Chand) की समाधि बनी हुई है. इस ग्राउंड के संरक्षण और अपग्रेडेशन का काम साल 2019 में शुरू किया गया था. मैदान के एक हिस्से पर संग्रहालय का निर्माण अंतिम अवस्था में है. इस संग्रहालय में दद्दा से जुड़ी स्मृतियों को संरक्षित किया जाएगा. मैदान के चारों ओर ऊंची बाउंड्रीवाल का निर्माण किया गया है. रात में मैचों के आयोजन के मकसद से लाइटिंग लगवाई गई है. अब तैयारी है कि मैदान को हॉकी के मानक के अनुसार विकसित करने के लिए इस पर बरमुडा घास लगाई जाए.

बरमुडा घास लगाने का काम शुरू
झांसी विकास प्राधिकरण (Jhansi Development Authority) के उपाध्यक्ष सर्वेश कुमार दीक्षित ने बताया कि हीरोज ग्राउंड (Heroes Ground) पर जो काम कराया जा रहा था, उनमें पांच फीट पुरानी दीवार पर तीन फीट नई दीवार सहित कई अन्य काम होने थे. इनमें काफी परिवर्तन हुआ है. बाउंड्री पूरी नई बनाई गई है. पांच फीट चौड़ाई में ट्रैक बनाया गया है और म्यूजियम बना हुआ है. पुरानी सीढ़ियों का सुंदरीकरण कराकर उस पर टीन शेड डाला गया है. मेजर ध्यानचंद (Major Dhyan Chand) के परिवारीजनों और खिलाड़ियों की इच्छा थी कि इसे हॉकी के मैदान के रूप में विकसित किया जाए. उनकी मांग और कमिश्नर के निर्देश पर हम मैदान में बरमुडा घास लगाना प्रस्तावित कर रहे हैं. इसका समतलीकरण कराकर हॉकी के मानकों के मुताबिक मैदान के रूप में विकसित करेंगे. सुंदरीकरण से जुड़े हुए बाकी काम भी हम जल्द पूरा करा लेंगे. नगरवासियों और प्राधिकरण की ओर से यह मेजर ध्यानचंद को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.


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Last Updated : Aug 14, 2021, 9:05 PM IST

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