झांसी: रेलवे मंडल झांसी ने कोरोना काल में पिछले साल की तुलना में न सिर्फ मालभाड़े से आमदनी में इजाफा किया है, बल्कि आमदनी के नए स्रोत भी विकसित किए हैं. झांसी रेल मंडल में एक ओर जहां महोबा स्टेशन से रेलवे ने बालू की ढुलाई शुरू की है, तो दूसरी ओर ललितपुर स्टेशन से गेहूं बांग्लादेश भेजा जा रहा है. इसके अलावा इस क्षेत्र के औद्योगिक उपक्रमों के फ्लाई ऐश के परिवहन का काम भी रेलवे को काफी आमदनी देने वाला साबित हुआ है. झांसी मंडल रेलवे ने साल 2019 की तुलना में साल 2020 में अप्रैल से दिसंबर तक माल ढुलाई से आमदनी में 8 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हासिल की है.
झांसी मंडल रेलवे का रिकार्ड कायम कोविड काल में हासिल की उपलब्धि
झांसी मंडल रेलवे आंकड़ों के मुताबिक, 2019 में अप्रैल से दिसंबर महीने तक मालभाड़े से 4700350966 रुपये की आमदनी हुई थी. साल 2020 में अप्रैल से दिसंबर तक 5084079219 रुपये की आमदनी हुई है. यह आमदनी तुलनात्मक रूप से 8.16 प्रतिशत अधिक है. आमदनी में इस बढ़ोत्तरी को झांसी मंडल के अफसर इसलिए भी महत्वपूर्ण मान रहे हैं, क्योंकि कोविड काल में तमाम तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा.
आठ प्रतिशत की कुल बढ़ोत्तरी
झांसी मंडल के जन संपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह बताते हैं कि कोरोना काल में यात्री ट्रेनें तो ठप ही रही हैं. बारह मई से यात्री सेवाओं को शुरू किया गया. इस दौरान माल लदान में हमने उल्लेखनीय प्रगति की है. माल लदान के पिछले साल के लक्ष्य से हम आगे हैं. दिसम्बर 2019 की तुलना में दिसंबर 2020 में लगभग 40 प्रतिशत अधिक राजस्व की प्राप्ति की है. कुल मिलाकर पिछले साल की तुलना में लगभग 8 प्रतिशत आगे हैं.