झांसी:एक तरफ प्रदेश सरकार लोगों के बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का दावा कर रही है, वहीं दूसरी ओर दुर्घटना में घायल लोगों का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की फर्श पर लिटाकर करने का मामला सामने आया है. इस मामले के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं.
दरअसल ककरबई थानाक्षेत्र के ग्राम धनौरा में एक ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने से उसमें सवार एक बच्ची की मौत हो गई, जबकि 35 अन्य लोग घायल हो गए. घायलों को जब इलाज के लिए गुरसराय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, तो मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि बेड उपलब्ध नहीं हैं. उन्होंने घायलों को फर्श पर लिटा दिया और इसके बाद इलाज शुरू किया गया. यहां इलाज के दौरान घायल महिलाएं और बच्चे भी फर्श पर लेटे नजर आए. इनमें से 17 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया.