झांसीः जनपद में पराली जलाने के आरोप में मोठ तहसील के 20 किसानों के खिलाफ तहसील क्षेत्र के विभिन्न थानों में मुकदमा पंजीकृत करने के निर्देश दिए गए हैं. करीब चार दर्जन से अधिक किसानों को नोटिस जारी किए गए. पिछले तीन दिनों में जनपद झांसी में 71 स्थानों पर पराली जलाने के मामले सैटेलाइट के जरिए पकड़े गए हैं. इसके बाद प्रशासन सतर्क हो गया.
पराली जलाने में झांसी प्रदेश में नंबर वन
बता दें कि जनपद में लगातार जल रही पराली को लेकर रविवार को मोठ तहसील सभागार में अपर जिलाधिकारी प्रशासन के साथ झांसी जनपद के चार उप जिलाधिकारियों ने पुलिस एवं कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर पराली के मामलों पर कारगर कदम उठाने पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ मुकदमा लिखाने का निर्णय लिया. अपर जिलाधिकारी बी प्रसाद ने कहा कि पिछले 3 दिनों में मोठ तहसील में 71 जगह पर पराली जलाई गई. सैटेलाइट द्वारा झांसी जनपद के मोठ तहसील क्षेत्र में करीब एक दर्जन से अधिक गांव में पराली जलाने के मामले पकड़े गए हैं. पिछले तीन दिनों में पराली जलाने के मामले में झांसी जनपद उत्तर प्रदेश में अव्वल स्थान पर पहुंच गया है.
सैटेलाइट ने दी पराली जलाने की जानकारी
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि पिछले तीन दिनों के अंदर बेहताशा रूप से तहसील क्षेत्र में पराली के मामले सामने आए हैं. 12 नवंबर को 22, 13 नवंबर को 19 तथा 14 नवंबर को 30 स्थानों पर पराली के मामले सैटेलाइट से पकड़े गए हैं. सैटेलाइट द्वारा दी गई जानकारी के बाद झांसी जनपद पराली जलाने के मामले में प्रदेश में पहले स्थान पर पहुंच गया है जो चिंतनीय विषय है.
मोठ में 71 स्थानों पर जलाई गई पराली
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों का यह कार्य सर्वोच्च न्यायालय और शासन की मंशा के विपरीत है. सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के बाद भी किसान पराली जला रहे हैं जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. शासन ने इस पर पूरी तरह से पाबंदी लगा रखी है. फिर भी मात्र तीन दिनों के अंदर ही 71 स्थानों पर पराली जलाई गई. यह काफी विचारणीय प्रश्न है. अपर जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों को हर तरह से जागरूक किया जाए. उन्हें पराली से हो रहे नुकसान के बारे में प्लॉट टू प्लॉट गांव स्तर पर पहुंचकर समझाया जाए.