झांसी : नगर निगम की संविदा सफाईकर्मी की मौत के मामले में मृतका के परिजनों ने नगर निगम के अफसरों पर गम्भीर आरोप लगाए हैं. परिजनों ने परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने और मुआवजा देने के साथ ही मामले की जांच कराने की मांग की है. बुधवार को रक्सा थानाक्षेत्र की रहने वाली महिला सफाईकर्मी हीरा की मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी, जिसे दो दिन पहले कोविड का टीका लगाया गया था.
कोविड टीकाकरण के दो दिन बाद महिला सफाईकर्मी की मौत. जबरन टीका लगाने का आरोप मृतका के पति हरदयाल ने बताया कि पत्नी संविदा कर्मचारी थी और टीका लगवाने से मना कर दिया था. सफाई निरीक्षक ने कहा कि टीका नहीं लगवाया तो तनख्वाह नहीं मिलेगी. बिना किसी तरह का स्वास्थ्य परीक्षण किए जबर्दस्ती टीका लगा दिया गया. उसके बाद घर ले आये और तबियत बिगड़ गई. तबियत बिगड़ने पर उसे मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां उसकी मौत हो गई.
'नौकरी और मुआवजे की मांग'
उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष अशोक प्याल ने कहा कि पूर्व में भी मांग की जा चुकी है कि टीका लगाने के पहले स्वास्थ्य परीक्षण जरूर करा लिया जाए, लेकिन मांग नहीं मानी गई. सबको बिना परीक्षण के टीका लगाया जा रहा है. जिस कर्मचारी की मौत हुई है, उसके परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी मिलनी चाहिए और मामले की जांच होनी चाहिए. इस परिवार की नगर निगम के किसी अधिकारी ने अभी तक कोई सुध नहीं ली है. मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए. जांच में लीपापोती हुई तो हम आंदोलन करेंगे.
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'रक्सा थाना कर रही मामले की जांच'
एसपी सिटी डॉक्टर विवेक त्रिपाठी ने बताया कि एक महिला की मौत बुधवार को हुई थी. थाना रक्सा द्वारा उसका पोस्टमार्टम कराया गया था. पोस्टमार्टम में मृत्यु का तात्कालिक कारण अंकित नहीं किया गया है. कुछ समाचार माध्यमों पर मौत का कारण कोरोना वैक्सीन को बताया जा रहा है. चिकित्सकों द्वारा वैक्सीन को सुरक्षित और प्रभावशाली बताई गई है. फिर भी मौत के कारणों की जांच थाना रक्सा द्वारा की जा रही है.