झांसी: कभी प्रदेश और देश में झांसी के रहने वाले बॉक्सिंग खिलाड़ी अब्दुल गनी के नाम का डंका बजा करता था. वर्तमान में रेलवे में उप मुख्य टिकट परीक्षक के रुप में कार्यरत अब्दुल भले ही अपने समय में उपेक्षा का शिकार हुए हों लेकिन वे वर्तमान समय में अपने कई साथियों के साथ नए खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने का काम कर रहे हैं. ईटीवी भारत ने अब्दुल गनी के साथ उनके कैरियर को लेकर खास बातचीत की.
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खिलाड़ियों को दे रहे प्रशिक्षण
अब्दुल बताते हैं कि झांसी में जो भी कोच आते हैं वे हॉस्टल के बच्चों को रेस्पॉन्स देते हैं. सामान्य बच्चों को रेस्पॉन्स नहीं देते. उन्होंने बताया कि कुछ लोग व्यक्तिगत स्तर पर बच्चों को प्रैक्टिस करवा रहे हैं. साथ ही बताया कि अभी कई बच्चों ने बॉक्सिंग में गोल्ड और सिल्वर और ब्रॉन्ज जीता है. अब्दुल मुफ्त में बच्चों को प्रशिक्षण देते हैं. ड्यूटी से छूटने के बाद जिस तरह से समय मिलता है, बच्चों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम तय करते हैं. कई साथी सहयोग करते हैं और बच्चों को अपने स्तर पर संसाधन भी उपलब्ध कराते हैं. अब्दुल कहते हैं कि सरकार की ओर से बॉक्सिंग खिलाड़ियों को कोई प्रोत्साहन नहीं मिल रहा है, जिसका उनको दुख है.