झांसीः बुंदेलखंड इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलॉजी के छात्रों ने फीस में रियायत की मांग को लेकर आवाज उठाई है. छात्रों ने सोशल मीडिया पर इसके लिए एक अभियान की शुरुआत की है. जन प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन के अफसरों से भी छात्र-छात्राओं ने फीस में रियायत दिलाने की मांग की है.
झांसी: इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने फीस माफी को लेकर चलाया अभियान - एकेटीयू के कुलपति
बुंदेलखंड इंजीनियरिंग एवं टेक्नॉलाजी के छात्रों ने फीस में रियायत को लेकर अभियान छेड़ दिया है. छात्रों की मांग है कि जब छात्र लॉकडाउन के दौरान घर में रह रहे हैं, तो उनसे हॉस्टल फीस और अन्य चार्ज नहीं लिया जाए.
बीआईईटी के स्टूडेंट्स का कहना है कि नए सेमेस्टर के लिए कॉलेज जो फीस ले रहा है, उसमें हॉस्टल चार्ज, ट्रांसपोर्ट चार्ज, बिजली और पानी का चार्ज जैसे शुल्क को भी जोड़ा जा रहा है. कोरोना संक्रमण के कारण छात्र लंबे समय से घरों में हैं और इसके मद्देनजर इन शुल्कों को नहीं लिया जाना चाहिए. इसके अलावा फीस भी इंस्टॉलमेंट में जमा करने की सुविधा दी जानी चाहिए.
एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक प्रताप सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों की सबसे बड़ी समस्या हॉस्टल फीस को लेकर है. अभी कम से कम अक्टूबर तक संक्रमण की ऐसी ही स्थिति रहनी है, इसलिए छात्र चाहते हैं कि जो बाहर रह रहे हैं, उनसे हॉस्टल फीस न ली जाए. इसके अलावा अभिभावकों को राहत देते हुए फीस दो या तीन बार में जमा करने की छूट मिलनी चाहिए. हम इस मामले से राज्यपाल और एकेटीयू के कुलपति को अवगत कराएंगे. हम बीआईईटी के छात्रों की लड़ाई लड़ेंगे.