झांसी: जनपद के बबीना ब्लॉक (Babina Block) के ग्राम पंचायत डगरवाहा स्थित गणेशगढ़ गांव के लोगों को पेयजल ((drinking water) उपलब्ध कराने के लिए लगभग सात साल पहले कराई गई बोरिंग नाकाम रही, जिसके बाद से अब तक लोग पेयजल का संकट (drinking water crisis ) झेल रहे हैं. यह बोरिंग जल निगम (water corporation) ने कराई थी और पानी की टंकी का निर्माण किया जाना था, लेकिन इस गांव में अब तक न तो टंकी का निर्माण हुआ है न ही पेयजल संकट का समाधान हो सका है. यहां 'हर घर जल' योजना (Har Ghar Jal Yojana) भी जमीन पर नहीं उतर पाई.
गांव के सारे हैण्डपंप सूख चुके हैं. लोगों को पानी जुटाने के लिए गांव के बाहर स्थित हैण्डपंप से पानी भरकर लाना पड़ता है. दूसरी ओर जिम्मेदार लोग दावा कर रहे हैं कि हर घर जल योजना के तहत पानी की टंकी बन रही है और हर घर से पाइपलाइन के जरिए पानी पहुंचाया जा सकेगा. झांसी जनपद (Jhansi District) में अकेले डगरवाहा के लोग यह पेयजल संकट नहीं झेल रहे हैं बल्कि, अन्य गांव की भी स्थिति ऐसी ही है. गांव के विनय राजपूत कहते हैं कि हर घर टंकी से पानी पहुंचाने के मकसद से 2014 में यह बोर किया गया था. उसके बाद से किसी ने बोर खोला ही नहीं न इस पर कोई काम हुआ.
जमीन पर नहीं बही 'हर घर जल' योजना, पेयजल संकट से जूझ रहे लोग - झांसी समाचार
बुंदेलखंड का झांसी जिला पेयजल संकट (drinking water crisis ) से जूझ रहा है. यहां कई ऐसे गांव हैं, जहां हैंडपंपों में पानी सूख गया है. जबकि 'हर घर जल' योजना (Har Ghar Jal Yojana) जमीन पर नहीं उतर पाई. ऐसे में वहां के निवासी पेयजल संकट से दो चार हो रहे हैं.
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वहीं डगरवाहा ग्राम पंचायत की प्रधान अंजली यादव बताती हैं कि गणेश गढ़ में जल निगम ने बोरिंग कराई थी, लेकिन वह बोरिंग असफल हो गई थी. अब हर घर जल योजना के तहत डगरवाहा में पानी की टंकी का निर्माण हो रहा है. इसके बन जाने के बाद डगरवाहा ग्राम पंचायत और बमेर ग्राम पंचायत के सभी गांव का पेयजल संकट दूर हो जाएगा. टंकी निर्माण का काम तेजी से चल रहा है और कुछ महीने में इसका काम पूरा हो जाएगा.