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प्रयागराज के शख्स ने फर्जी दस्तावेज के सहारे पाई फौज में नौकरी, इस तरह हुआ खुलासा

यूपी के झांसी में प्रयागराज के व्यक्ति ने फर्जी कागजात के सहारे निवास प्रमाण पत्र बनवाकर फौज की नौकरी हासिल कर ली. मामले में जब जांच शुरू हुई और जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद आरोपी व्यक्ति के प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया है और अग्रिम कार्रवाई के लिए रिपोर्ट प्रयागराज के डीएम को भेज दी गई है.

फर्जी दस्तावेज के सहारे पाई फौज में नौकरी
फर्जी दस्तावेज के सहारे पाई फौज में नौकरी

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Published : Sep 11, 2021, 8:43 PM IST

झांसी: प्रयागराज के रहने वाले एक व्यक्ति ने झांसी के पते से फर्जी कागजात के सहारे निवास प्रमाण पत्र बनवाकर फौज की नौकरी हासिल कर ली. इस बात की प्रयागराज में हुई शिकायत के आधार पर झांसी में जांच की गई. जांच में मामला सही पाए जाने पर तत्काल उस जारी प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया गया. दरअसल, प्रयागराज के ही रहने वाले एक व्यक्ति ने वहां के डीएम को शिकायती पत्र देकर कहा था कि झांसी के पते से प्रमाण पत्र बनवाकर फौज में नौकरी हासिल करने वाले शख्स की जांच कराकर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए. जिसपर प्रयागराज के डीएम ने झांसी जिला प्रशासन को पत्र भेजकर इस प्रमाण पत्र के बारे में रिपोर्ट मांगी, जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई और जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया है.

बता दें कि प्रयागराज के ग्राम अब्दुल्लापुर के रहने वाले दिनेश कुमार ने वहां के अफसरों को शिकायती पत्र देकर बताया था कि कामता प्रसाद जिला प्रयागराज का मूल निवासी है. उसने बड़ा बाजार थाना कोतवाली झांसी के पते पर फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनवा कर सेना में नौकरी प्राप्त कर ली. जिलाधिकारी प्रयागराज के माध्यम से जांच के लिए एक पत्र झांसी जिला प्रशासन को भेजा गया. जिलाधिकारी प्रयागराज की जांच आख्या रिपोर्ट के अनुसार, कामता प्रसाद ग्राम अब्दुल्लापुर पोस्ट मंसूराबाद थाना नवाबगंज तहसील सोरांव जिला प्रयागराज का मूल निवासी है. इस आख्या के साथ परिवार रजिस्टर पात्रता सूची का विवरण, आधार कार्ड आदि कागजात की छाया प्रति संलग्न कर प्रेषित की गई थी.

प्रयागराज के डीएम के इस पत्र के संबंध में तहसीलदार झांसी से जांच कराई गई. तहसीलदार झांसी ने इस सम्बंध में की गई अपनी जांच रिपोर्ट में उल्लेख किया कि कामता प्रसाद ने ऐसा कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया, जिससे यह स्पष्ट हो कि वह प्रमाण पत्र जारी होने के दिनांक 4.05.2015 से पहले बड़ा बाजार झांसी का सामान्य निवासी रहा हो. इस आधार पर निर्धारित हुआ कि उसका निवास प्रमाण फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जारी कराया गया है. झांसी सदर तहसील के एसडीएम अमित कुमार ने बताया कि तहसीलदार झांसी की जांच आख्या के आधार पर तत्काल प्रभाव से इस निवास प्रमाण पत्र को निरस्त किया गया और अग्रिम कार्रवाई के लिए रिपोर्ट प्रयागराज के डीएम को भेज दी गई है.

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