झांसी: सरकारी अस्पतालों में कम पड़ने लगे बेड, निजी अस्पतालों में होगा कोविड मरीजों का इलाज - कोविड मरीज
यूपी के झांसी जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी की अध्यक्षता में मंगलवार शाम विकास भवन सभागार में जनपद के विधायक, पूर्व केंद्रीय मंत्री, व्यापारिक संगठन सहित आईएमए व नर्सिंग होम एसोसिएशन के सदस्यों की एक बैठक हुई. कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बैठक में फैसला हुआ कि नर्सिंग होम भी कोविड मरीजों का इलाज करेंगे.
झांसी:जिले में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकरजिलाधिकारी आन्द्रा वामसी की अध्यक्षता में मंगलवार शाम विकास भवन सभागार में जनपद के विधायक, पूर्व केंद्रीय मंत्री, व्यापारिक संगठन सहित आईएमए व नर्सिंग होम एसोसिएशन के सदस्यों की एक बैठक हुई. बैठक में फैसला हुआ कि नर्सिंग होम भी कोविड मरीजों का इलाज करेंगे. मुख्य चिकित्सा अधिकारी व मेडिकल कॉलेज के उप प्रधानाचार्य ऐसे नर्सिंग होम को चिन्हित करेंगे, जहां अधिक बेड की क्षमता के साथ ही अन्य सुविधाएं उपलब्ध हों, ताकि वहां कोविड मरीज को रखा जा सके.
बैठक में डीएम ने कहा कि जनपद में कोविड मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. सरकारी अस्पताल लगभग भर गए हैं. इस समय जनपद में कोविड के 1044 सक्रिय मरीज हैं. डीएम ने कहा कि यदि नर्सिंग होम मिलकर काम करें तो इस समस्या से निपटा जा सकेगा. वहीं विधायक सदर रवि शर्मा ने नर्सिंग होम एसोसिएशन से कहा कि अपनी सेवाएं दें और प्रशासन सुरक्षा देगा. आर्थिक नुकसान न हो, उसके लिए गाइडलाइन के अनुसार भुगतान भी दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि ये बेहद अफसोस की बात है कि मरीजों को होटल में रखा गया है, क्योंकि नर्सिंग होम आगे आकर मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे हैं.
मेयर रामतीर्थ सिंघल ने कहा कि आपातकाल और सामान्य काल में व्यवहार एक जैसा रखना ही बेहतर है. डॉक्टर को धरती का भगवान मानकर लोग सम्मानित करते हैं. डॉक्टर स्वयं आगे आएं और कोविड पेशेंट का इलाज करें. बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि यदि एमबीबीएस नहीं मिल रहे हैं तो बीएएमएस डॉक्टर अस्पताल में लगाएंं.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने कहा कि बैठक में सार्थक चर्चा हो, जिससे परिणाम निकल सके. उन्होंने कहा कि सभी की मंशा है कि नर्सिंग होम में भी कोविड के साथ अन्य बीमारियों का भी इलाज हो. उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि ऐसे नर्सिंग होम को चिन्हित करें, जहां बेडों की संख्या अधिक तथा सुविधाएं भी उपलब्ध हों और कोविड मरीजों के अलावा अन्य गंभीर बीमारी वाले मरीजों का इलाज किया जा सके.