झांसीः पुष्पेंद्र यादव के कथित एनकाउंटर मामले में आपत्तिजनक बयान देने और उसे वायरल करने पर पुलिस ने एक पूर्व प्रधान के खिलाफ राष्ट्रद्रोह सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है. आरोप है कि वायरल वीडियो में पूर्व प्रधान पुलिस और सरकार के खिलाफ एक बिरादरी विशेष को उकसाने का काम कर रहा है और इसका मकसद विद्वेष फैलाना है.
मामले की जानकारी देते एसएसपी डॉ. ओ.पी. सिंह. वायरल वीडियो की बातों के कुछ अंशवायरल वीडियो में पूर्व प्रधान रामेश्वर यादव ने वायरल वीडियो में कहा है कि पुष्पेंद्र यादव की हत्या पुलिस ने की है. शव के भी अंतिम संस्कार के लिए कुछ दिन इंतजार किया जाता है, लेकिन इन कायरों ने इंतजार नहीं किया और शव को जला दिया. साथ ही वायरल वीडियो में रामेश्वर यादव ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से भी निवेदन किया है. इसके अलावा भी उसने कई ऐसी बातें वीडियो में कही है, जिसे पुलिस उकसाने वाला मान रही है. प्रभारी निरीक्षक ने दर्ज कराया केस
बबीना थाने के प्रभारी निरीक्षक ईश्वर सिंह की तहरीर पर केस दर्ज किया गया है. पुलिस के मुताबिक इस बयान को वायरल करने का मकसद जाति के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच लोकशान्ति भंग करना, राष्ट्रीय एकता को क्षति पहुंचाने की नियत से जगह-जगह राजद्रोह उत्पन्न करना है. पुलिस ने ग्राम रसोई के पूर्व प्रधान रामेश्वर यादव उर्फ उल्ली के खिलाफ 124A, 153A, 153B, 504, 505, 506 आईपीसी और 69 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.
एसएसपी के मुताबिक परीक्षण कर दर्ज हुआ केस
एसएसपी डॉ. ओ. पी. सिंह ने बताया कि बहुत गम्भीर श्रेणी की धमकियां राज्य के विरुद्ध, पुलिस के विरुद्ध और समाज के विरुद्ध विद्वेषता फैलाने के उद्देश्य से दिया गया है. इसका परीक्षण किया गया और वीडियो वायरल करने की बात स्वयं आरोपी ने वीडियो में कहा है. एफआईआर दर्ज की गई है और निश्चित रूप से कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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