झांसी: महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के कैंसर रोग विभाग से कोबाल्ट मशीन गायब होने के मामले में कॉलेज प्रशासन की तहरीर पर कम्पनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मशीन के कोबाल्ट सोर्स की उम्र खत्म हो जाने के कारण उसे डिस्पोज किया जाना था और उसे लेकर कोटा तक जाना था. मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि चेन्नई की कम्पनी को सिर्फ सोर्स ले जाने की अनुमति दी गई थी, लेकिन वे पूरी कोबाल्ट मशीन बिना अनुमति के उठा ले गए.
काफी समय से बंद थी मशीन
कोबाल्ट मशीन कैंसर रोगियों के इलाज में मददगार साबित होती है. पिछले काफी समय से मेडिकल कॉलेज में यह मशीन काम नहीं कर रही थी, जिसके बाद स्थानीय जन संगठनों ने इस मुद्दे को जिला प्रशासन और मेडिकल कॉलेज प्रशासन के सामने उठाया. जब मामले की पड़ताल शुरू हुई तो सामने आया कि करोड़ों रुपये की कोबाल्ट मशीन विभाग से गायब हो चुकी है. जांच में सामने आया कि जिस कम्पनी ने मशीन लगाई थी, वह इस मशीन को लेकर चली गई है. मशीन में कोबाल्ट सोर्स की उम्र पूरी होने पर उसे डिस्पोज किया जाना था, लेकिन आरोप है कि कम्पनी सोर्स की जगह पूरी मशीन लेकर चली गई.