झांसी: पूरी दुनिया को शांति का संदेश देने वाले महात्मा बुद्ध का देश के सभी हिस्सों में सम्मान और प्रभाव था. झांसी के इतिहासकार डॉ चित्रगुप्त बताते हैं कि बुन्देलखण्ड के अलग-अलग क्षेत्रों में बिखरे पड़े ऐतिहासिक साक्ष्य इस बात की पुष्टि करते हैं कि महात्मा बुद्ध के संदेशवाहक इस क्षेत्र में भी आये और बौद्ध धर्म का संदेश प्रचारित किया. इतिहासकार डाॅ चित्रगुप्त के मुताबिक, झांसी से कुछ किलोमीटर की दूरी पर मध्य प्रदेश के दतिया जिले में स्थित गुर्जरा शिलालेख, किसी समय में बौद्ध धर्म के प्रभाव की पुष्टि करता है. इस अभिलेख को महान मौर्य सम्राट अशोक ने लिखवाया था. इस शिलालेख की लिपि ब्राम्ही और भाषा प्राकृत है.
खोजी गई थी गुफाएं
डॉ चित्रगुप्त के मुताबिक, ललितपुर जनपद के देवगढ़ में कुछ ही वर्ष पूर्व बौद्ध गुफाएं खोजीं गयीं हैं. इनमें बेतवा नदी किनारे देवगढ़ पहाड़ी पर चट्टानों को तराश कर महात्मा बुद्ध और संघ से संबंधित विभिन्न घटनाओं को प्रदर्शित किया गया है. इनमें भगवान बुद्ध की दुर्लभ मूर्ति है. जिसमें ध्यानमग्न बुद्ध को केवल्य ज्ञान प्राप्ति से रोकने के लिए विविध तरीके से उन पर अनेक कठिनाइयों का डाला जाना दर्शाया गया है.