जौनपुरःपुलिस कस्टडी में गुरुवार देर रात एक युवक की मौत हो गई. युवक के परिजनों ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया. इसके बाद शुक्रवार को वाराणसी-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम कर दिया. बाद में पूर्व सांसद के आश्वासन पर जाम खोला.
जौनपुर में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत क्या है पूरा मामला
बक्सा थाना क्षेत्र के 25 वर्षीय युवक कृष्णा यादव उर्फ पुजारी को पुलिस लूट के मामले में पूछताछ के लिए थाने में ले गई थी. परिजनों के अनुसार बक्सा थाने में पुलिस अभिरक्षा में चोरी के मामले में पुलिस आरोपित को ले गई और पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी. मौत होने के बाद उसे अस्पताल में फेंककर भाग गए. इस बात को लेकर परिजन हंगामा करने लगे.
जौनपुर में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत लगाया जाम
गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने वाराणसी-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम कर दिया. इससे दोनों तरफ आवागमन प्रभावित होने लगा. पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए.
जौनपुर में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत पूर्व सांसद की मदद से खुला जाम
जाम के कारण प्रशासन के हाथ पांव फूल गए थे. परिजनों की मांग थी कि बक्सा थाने के पुलिसकर्मियों को बुलाया जाए. इस दौरान प्रशासन ने समझाया कि संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त जांच की जाएगी. इस दौरान घटना की खबर सुनकर जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह भी पहुंचे. पूर्व सांसद द्वारा परिजनों को समझाने बुझाने के बाद किसी तरह 6 घंटे बाद यातायात शुरू हुआ.
पथराव में घायल पुलिसकर्मी
पुलिस हिरासत में युवक की मौत के मामले में जौनपुर जिले के फतेहगंज के पास पकड़ी ब्लाक चौराहे पर गुस्साए ग्रामीणों से पुलिस की तीखी झड़प हुई. जाम हटवाने का प्रयास कर रहे पुलिस पर लोगों ने पथराव कर दिया. इसमें एक इंस्पेक्टर समेत चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
क्या कह रहा प्रशासन
पूरे मामले पुलिस के आलाधिकारियों का कहना है कि 1 फरवरी को मोहनलाल यादव की तहरीर पर बक्शा थाना क्षेत्र के शिवगुलामगंज में रुपये से भरे बैग की लूट का मुकदमा दर्ज हुआ था. उसी विवेचना के दौरान गुरुवार की रात कृष्णा यादव उर्फ पुजारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया. एसपी की मानें तो उसने अपना जुर्म कबूल करते हुए लूट के पैसे में से 64 हजार रुपये बरामद कराए. इतना ही नहीं, उसके घर से लूट के 13 मोबाइल फोन भी बरामद हुए.
गुरुवार रात को कृष्णा ने पेट दर्द की बात बताई, जिसके बाद पुलिस उसे CHC पर ले गई. वहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया. जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. चूंकि मौत पुलिस अभिरक्षा में हुई है इसलिए पैनल लगा कर पीएम कराया जा रहा है और मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दिया गया है . जांच प्रभावित ना हो इसलिए एसओ बक्शा समेत 3 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
होगी जांच
घटनास्थल पर डीएम मनीष कुमार वर्मा, एसपी राजकरन नय्यर भारी फोर्स के साथ पहुंचे. ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम समाप्त कराया. डीएम ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच एडीएम वित्त को सौंपी है. दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया. डीएम के आश्वासन पर ग्रामीणों ने जाम खत्म किया, लेकिन कुछ देर बाद फिर से परिवार की महिलाओं ने शव वापस करने की मांग को लेकर जाम लगा दिया. जिसके बाद पूर्व सांसद ने जाम खत्म कराया.