जौनपुर: जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रयास निष्फल साबित हो रहे हैं. जिला अस्पताल में मरीजों के इलाज के लिए मिलने वाली सभी सुविधाएं मौजूद हैं, यहां तक कि कुशल चिकित्सक भी है. इसके बावजूद अस्पताल के इमरजेंसी में आने वाले घायल मरीजों का इलाज डॉक्टर के द्वारा नहीं बल्कि वार्ड ब्वॉय के द्वारा किया जा रहा है.
जिला अस्पताल में लापरवाही का मामला
प्रदेश सरकार सरकारी अस्पतालों की बदहाली को सुधारने में जुटी हुई है. फिर भी डॉक्टरों और अधिकारियों की लापरवाही कभी भी मरीजों की जान पर भारी पड़ जाती है. जिला अस्पताल की इमरजेंसी में हादसों में घायल मरीजों का इलाज डॉक्टर नहीं बल्कि वार्ड ब्वॉय करते हैं.
वार्ड ब्वॉय करते हैं इलाज
कोरोना महामारी के डर से डॉक्टर मरीजों का इलाज करने से झिझक रहे हैं. अस्पताल में इमरजेंसी में आने वाले गंभीर मरीजों के मरहम पट्टी से लेकर इंजेक्शन और टांका लगाने का काम भी यह वार्ड ब्वॉय कर रहे हैं. ऐसे में मरीजों का इलाज भी अब भगवान भरोसे है. बदलापुर से अपने परिजन का इलाज कराने आए रामचंद्र मौर्य बताते हैं कि यहां पर डॉक्टर द्वारा इलाज नहीं किया गया, बल्कि वार्ड ब्वॉय के द्वारा ही इलाज किया जा रहा है.
मरीज का इलाज करता वार्ड ब्वॉय. जांच कराकर की जाएगी कार्रवाई
जिला अस्पताल अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि वार्ड ब्वॉय का काम मरीज का इलाज करना नहीं बल्कि इलाज में तैनात डॉक्टर और फार्मासिस्ट की सहायता करना होता है, लेकिन अगर वार्ड ब्वॉय द्वारा इलाज किया जा रहा है तो गलत है. इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी.