जौनपुर: रेलवे राजकीय पुलिस ने पंजाब पुलिस के जवान की हत्या के मामले में फरार दो अभियुक्तों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है. ये दोनों अभियुक्त पंजाब में मादक पदार्थों की तस्करी करने का काम करते थे. जिस पर नकेल कसने के लिए पंजाब एसटीएफ के अभियान चलाए जाने पर जवान हत्या करके फरार हो गए थे.
मामले की जानकारी देते जीआरपी इंस्पेक्टर. ये है पूरा मामला-
प्रयागराज के सिविल लाइन इलाके से कैश वैन से एक करोड़ चौसठ लाख के चोरी के बाद डीआईजी रेलवे ने सभी स्टेशन की सघन चेकिंग अभियान चलाने का निर्देश दिया गया था. रेलवे जीआरपी इंस्पेकर अरविंद के नेतृत्व में रेलवे स्टेशन के सभी प्लेटफार्म में अभियान चलाया जा रहा था. इसी दौरान दो व्यक्ति सन्दिग्ध दिखे. जब उनको रोककर पूछताछ की कोशिश की गयई तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग कर दोनों आरोपियों को धर दबोचा.
आरोपी करते हैं मादक पदार्थों की तस्करी-
पूछताछ में राजन सिंह पुत्र जसवेन्द्र सिंह निवासी नगलगुरू थाना जांडियाल जिला अमृतसर और अरविन्दर सिंह पुत्र जगतार सिंह निवासी तरन तारन रोड जांडियाला अमृतसर से पहचान की गई है. आरोपियों ने पूछताछ के दौरान मादक पदार्थों की तस्करी की बात भी कबूल की है. अमृतसर में दो दिन पहले मंगलवार को एसटीएफ पुलिस से मुठभेड़ हुआ था. गोली से एक सिपाही घायल हो गया था, जिसकी बाद में मौत हो गयी थी.
जीआरपी इंस्पेक्टर अरविंद सिंह ने बताया कि इलाहाबाद में घटनाक्रम में पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी प्लेटफार्म एवं आउटर व सर्कुलेटिंग एरिया में जांच का आदेश प्राप्त हुआ था. हम पूरी टीम को लेकर आने जाने वाले ट्रेनों को चेक कर रहे थे. हम लोग सर्कुलेटिंग एरिया और प्लेटफार्म को चेक कर रहे थे. हमें इस दौरान दो संदिग्ध लोग दिखे. हम लोगों ने रोका तो हम लोगों पर फायर कर दिया. हमारी टीम ने बचते हुए घेराबंदी करके दोनों को पकड़ लिया.
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि जांडियावाला जिला अमृतसर, पंजाब में अफीम तस्करी, नशा तस्करी के विरुद्ध द्वारा अभियान चलाया जा रहा था. यह दोनों अभियुक्त तस्करी करते थे जहां पर एसटीएफ द्वारा इनसे मुठभेड़ हुई. इनके द्वारा एसटीएफ कांस्टेबल की हत्या कर दी गई, जिसके बाद ये फरार चल रहे थे.
-अरविंद कुमार सिंह, जीआरपी इंस्पेक्टर