जौनपुरः अच्छी सोच के साथ किया गया प्रयास ही सफल होता है. ऐसा ही प्रयास परिषदीय स्कूलों के लिए सरकार की तरफ से किया जा रहा है. सरकार दिल्ली की तरह सरकारी स्कूलों को मॉडल स्कूलों के रूप में विकसित कर रही है. साथ ही अच्छे शिक्षक भी सरकार के इस प्रयास में चार चांद लगाने का काम कर रहे हैं.
जौनपुर के प्राथमिक विद्यालय मीरगंज को तो सरकार ने बाद में मॉडल स्कूल घोषित किया, लेकिन यह विद्यालय यहां के शिक्षकों के प्रयास की बदौलत पहले ही क्षेत्र का चहेता स्कूल बन चुका था. इस प्राथमिक विद्यालय में 2014 में ही सीसीटीवी और इनवर्टर की सुविधा बिना किसी सरकारी सहयोग के ही उपलब्ध करा दी गई थी. आज इस स्कूल में बच्चों को प्रोजेक्टर से पढ़ाया जाता है तो वहीं देशभक्ति की धुनों पर बच्चों को डांस भी सिखाया जाता है.
दिल्ली सरकार से ले रहे हैं सीख
आज दिल्ली सरकार के सरकारी स्कूलों की चर्चा पूरे देश में है, क्योंकि यहां के स्कूल अब पुराने सरकारी स्कूलों जैसे नहीं दिखते हैं. इससे उदाहरण लेते हुए प्रदेश सरकार भी परिषदीय विद्यालयों को बेहतर बनाने के प्रयास में जुटी हुई है. यहां पर अच्छी पढ़ाई के साथ-साथ अच्छे संस्कार भी बच्चों को सिखाए जाते हैं, जिसके चलते यहां के कॉन्वेंट स्कूलों को छोड़कर बच्चों को यहां पर प्रवेश दिलाने में अभिभावक रुचि ले रहे हैं.