जौनपुर: शीतला चौकिया धाम को सिद्ध पीठ का दर्जा प्राप्त है. पूर्वांचल में नवरात्रि के मौके पर शीतला मां के दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से जौनपुर के चौकिया धाम पहुंचते हैं. मान्यता है कि विंध्याचल में दर्शन करने से पहले शीतला मां के दर्शन करने जरूरी होते हैं. इसलिए लोग पहले जौनपुर के चौकिया धाम में नवरात्रि के मौके पर दर्शन करते हैं, फिर विंध्याचल के लिए जाते हैं, तब जाकर उनकी मन्नत भी पूरी होती है.
जौनपुर का शीतला चौकिया धाम एक सिद्ध पीठ माना जाता है. मंदिर के प्रबंधक अजय कुमार पंडा ने बताया कि देवचंद माली नाम के व्यक्ति को एक रात सपना आया था किस पास के कुएं में देवी मां की मूर्ति है. इसके बाद उसने पास के कुएं से माता की मूर्ति निकाली. उसकी चौकी स्थापित करके पूजा-अर्चना शुरू कर दी. फिर बाद में उसको मंदिर का रूप दे दिया गया, जिसके बाद आज माता का यह मंदिर आस्था का एक बड़ा केंद्र बना हुआ है. यह मंदिर करीब 300 साल पुराना है.