जौनपुरः सैदनपुर वार्ड के सपा सभासद और लाइन बाजार थाने के हिस्ट्रीशीटर बाला लखंदर यादव की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी. वारदात को जौनपुर सिटी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर अंजाम दिया गया. सोमवार की रात 9 बजे अज्ञात बदमाशों ने आठ राउंड फायर कर बाला लखंदर यादव को मौत के घाट उतार दिया.
सपा नेता की गोली मारकर हत्या. रेलवे स्टेशन पर वारदात
जौनपुर सिटी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर वारदात को अंजाम दिया गया. गोलियों की तड़तड़ाहट सुनकर लोग जब सभासद की तरफ भागे तो वह छटपटा रहे थे. अज्ञात बदमाशों ने कुल आठ राउंड फायर किया. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए. घटनास्थल की घेराबंदी कर बाला लखंदर यादव को जिला अस्पताल भेजा गया.
डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने बाला लखंदर को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद भी जब परिजन डॉक्टरों के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए तो उन्हें निजी चिकित्सक को दिखाने की जिद करने लगे. पुलिस ने सुरक्षा के साथ उन्हें जनपद के निजी चिकित्सालय में दिखाया. निजी चिकित्सालय के डॉक्टरों ने भी बाला लखंदर को मृत घोषित कर दिया.
8 खोखा कारतूस बरामद
वारदात के बाद सिटी स्टेशन पर जीआरपी थाना समेत जनपद के विभिन्न थानों के आलाधिकारी पहुंचे. फॉरेंसिक टीम के अलावा एसओजी की टीम ने भी घटनास्थल का मुआयना किया. घटनास्थल से कुल आठ खोखा कारतूस बरामद किये गए.
स्टेशन पर नहीं मौजूद सीसीटीवी
जौनपुर के सिटी स्टेशन पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से कोई भी सीसीटीवी नहीं मौजूद है. प्लेटफार्म नंबर 1 के आखिरी छोर पर बाला लखंदर यादव की गोली मारकर हत्या की गई. साक्ष्य के मद्देनजर यहां कोई सीसीटीवी कैमरा मौजूद नहीं है, जिसके कारण किसी का फुटेज भी नहीं उपलब्ध हो सका.
हत्या के मुकदमे विचाराधीन
बता दें कि बाला लखंदर यादव जमीन के प्लाटिंग का कारोबार करते थे. बताया जाता है कि तमाम विवादित जमीनों को कम दाम पर लेकर अथवा कमजोरों की जमीन आदि जबरिया हड़प लेते थे. दबंग एवं अपराध की दुनिया में सक्रिय बाला लखंदर दबंगई के बदौलत सैदनपुर वार्ड से नगर पालिका के सभासद बन गये थे. यह सपा के बड़े नेताओं के सम्पर्क में थे. बाला लखंदर पर हत्या जैसे कई मुकदमे विचाराधीन हैं.
सैदनपुर के सभासद बाला लखंदर यादव पर अज्ञात बदमाशों ने फायर किया. गोलियों की आवाज सुनकर ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारी घटनास्थल पर भागे. वहां पर पहुंचने के बाद वह बोल नहीं पा रहे थे. उनको उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया.
-अखिलेश राय, सीओ जीआरपी