जौनपुर: आगरा में हुए रोडवेज बस हादसे के बाद में बसों के संचालन और सुरक्षा नियमों को लेकर सख्ती बरती जा रही है, लेकिन जौनपुर से संचालित होने वाली रोडवेज बसों में अभी भी सुरक्षा मानकों से खिलवाड़ किया जा रहा है. रोडवेज बसों में चालक के लिए सीट बेल्ट होना चाहिए, लेकिन ज्यादातर बसों में यह नहीं है.
रोडवेज बसों में सुरक्षा मानकों से हो रहा खिलवाड़. इसे भी पढ़ें:-जौनपुर: शहादत दिवस नगर वासियों ने दी श्रद्वाजंलि, नहीं पहुचे अफसर
यात्रियों की सुरक्षा से हो रहा खिलवाड़-
- रोडवेज बसों में प्रतिदिन जौनपुर से हजारों की संख्या में यात्री सफर करते हैं.
- रोडवेज बसों में यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए लगातार प्रयास भी किए जा रहे हैं.
- रोडवेज बसों में सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन होना चाहिए.
- जिले से संचालित होने वाली बसों में सुरक्षा मानकों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
- यहां से 90 से ज्यादा बसें संचालित होती हैं.
- ज्यादातर बसों में चालक के लिए सीट बेल्ट की सुविधा नहीं है.
- बसों में फायर सेफ्टी के पर्याप्त उपकरण भी नहीं हैं.
- यही हाल फर्स्ट एड किट का भी है, जो अनिवार्य रूप से सभी बसों में होना चाहिए.
- बसों में यात्रियों की सुरक्षा में लापरवाही बरती जा रही है.
सभी बसों में फायर सेफ्टी और सीट बेल्ट की व्यवस्था की जा रही है . सुरक्षा के सभी बिंदुओं पर ध्यान दिया जा रहा है.
-दीपक चौधरी, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रोडवेज