जौनपुरः जिला कारागार में दोहरे आजीवन कारावास के तहत भागेश मिश्रा 6 जनवरी 2021 से जेल में बंद था. जेल में तबीयत खराब होने के कारण जिला कारागार के अस्पताल में भर्ती किया गया था. तबीयत बिगड़ने पर जेल अधीक्षक एसके पांडे ने सुरक्षा के साथ कैदी को जिला अस्पताल इलाज के लिए भेजा. जिला अस्पताल ले जाते वक्त कैदी की मौत हो गई. साथी कैदी की मौत की खबर सुनते ही जेल में कैदियों ने हंगामा शुरू कर दिया. देखते-देखते जेल के अंदर कैदियों ने जेल अस्पताल में आग लगा दी. इस दौरान जेल प्रशासन ने कई राउंड आंसू गैस के गोले भी छोड़े.
दोहरे आजीवन कारावास की काट रहा था सजा
सुबह 11:00 बजे जेल का निरीक्षण करते वक्त जेल अस्पताल के डॉक्टर ने जेल अधीक्षक को जानकारी देते हुए बताया कि कैदी भागेश मिश्रा के सीने में दर्द है. बेहतर इलाज के लिए जेल अधीक्षक ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया. बता दें कि मृतक की पत्नी कुसुम बनीडीह गांव की ग्राम प्रधान हैं.
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मृतक कैदी के परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है. मृतक के भाई अनिल मिश्रा का कहना है कि जेल प्रशासन ने इस मामले में लापरवाही बरती है. उनके भाई की तबीयत पिछले दो-तीन दिनों से खराब थी. उनका आरोप यह भी है कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से जिला अस्पताल भेजने के लिए गार्ड नहीं मिल रहे थे.